
शहर सिरतुन्नबी कमेटी के सदर (अध्यक्ष) सोहेल सेठी ने मंच से अपनी बात रखते हुए कहा कि यह कमेटी समाज में इंसाफ, अमन, एकता और सेवा का पैग़ाम लेकर कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि कमेटी में चयनित सदस्य पूरे वर्ष कौम और समाज की भलाई के लिए कार्यरत रहेंगे और जरूरतमंदों की मदद, शिक्षा, सामाजिक न्याय और युवा सशक्तिकरण जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देंगे।“तक़रीब-ए-तशकील” कार्यक्रम का आयोजन भव्य और गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस ऐतिहासिक आयोजन में “शहर सिरतुन्नबी कमेटी” के गठन की औपचारिक घोषणा की गई, जिसमें रायपुर शहर के समाजसेवा में सक्रिय, नेक-नीयत और जिम्मेदार व्यक्तित्वों को विभिन्न जिम्मेदारियों (ओहदों) पर मनोनीत किया गया और उनका सम्मान भी किया गया।इस अवसर पर शहर के वरिष्ठ मुस्लिम नागरिकों, समाजसेवियों, युवाओं, वक्ताओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे संगठनों की ज़रूरत आज के दौर में और अधिक महसूस होती है, जहां समाज को एकजुटता और सद्भाव की आवश्यकता है। कई वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि नई पीढ़ी को नेतृत्व की दिशा में आगे लाने के लिए इस तरह के संगठनों की भूमिका बेहद अहम है।गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का गौरवइस गरिमामयी आयोजन में वक्फ बोर्ड के सदर डॉ. सलीम राज, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर, एडवोकेट फैज़ल रिज़वी, श्री नोमान अकरम, कांग्रेस नेता शरीक रईस खान, कामरान अंसारी, कई सेवानिवृत्त मुस्लिम अफसर, और रायपुर के शहरी मौजूद रहे। मीडिया के साथियों ने भी पूरे आयोजन को कवर करते हुए इसे रायपुर की सामाजिक चेतना की दिशा में अहम कदम बताया।कार्यक्रम के अंत में सोहेल सेठी ने सभी का शुक्रिया अदा किया और कहा कि यह कमेटी निष्पक्षता, पारदर्शिता और समाजसेवा के मूल्यों को लेकर आगे बढ़ेगी। “शांति, न्याय और सेवा” के आदर्शों पर आधारित यह कमेटी रायपुर शहर में सामाजिक बदलाव की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।