छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ‘मौत का माया जाल’, राजनीतिक संरक्षण में सक्रिय ठगों का गिरोह बेनकाब ।

सामाजिक कार्यकर्ता राहुल मिश्रा का खुलासा: रायपुर में ‘मौत का माया जाल’, राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठगों का नेटवर्क सक्रिय हैं – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सामाजिक कार्यकर्ता राहुल मिश्रा ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि शहर में एक ऐसा ठग गिरोह सक्रिय है, जो भोली-भाली जनता को झूठे सपने दिखाकर फंसा रहा है और उसके पीछे मजबूत राजनीतिक संरक्षण है। राहुल मिश्रा का आरोप: “यह सिर्फ ठगी नहीं, यह जनता की हत्या है”

राहुल मिश्रा ने कहा, – “इन ठगों ने कर्ज माफी, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा और निवेश जैसे मुद्दों का सहारा लेकर लोगों की जिंदगी को बर्बाद किया है। जब कोई आवाज उठाता है, तो उसे डराया जाता है या नजरअंदाज कर दिया जाता है ।” मिश्रा ने दावा किया कि उन्होंने दर्जनों पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है, जो न केवल आर्थिक नुकसान झेल चुके हैं, बल्कि मानसिक तनाव से भी जूझ रहे हैं।

फर्जी संस्थाओं और NGO का सहारा राहुल मिश्रा के अनुसार, यह गिरोह फर्जी फ़ार्मे, एनजीओ, महिला, और सामाजिक अभियान की आड़ में फंडिंग जुटाता है। इसके साथ ही नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर अपने को “सरकारी मान्यता प्राप्त” बताता है।

 प्रशासन और सरकार से की सीधी मांग उन्होंने रायपुर पुलिस और राज्य सरकार से मांग की कि इस पूरे नेटवर्क की निष्पक्ष जांच हो और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठगों के खिलाफ फौरन कठोर कार्रवाई की जाए।

“अगर कार्यवाही नहीं हुई, तो यह माफिया पूरे छत्तीसगढ़ को निगल जाएगा ।” – राहुल मिश्रा ने आम जनता से अपील की कि यदि कोई व्यक्ति या संस्था संदिग्ध लगे, तो उसकी जांच करवाएं और झांसे में न आएं ।


“यह जाल जितना दिखता है, उससे कहीं अधिक खतरनाक है। यह चुप्पी नहीं, संघर्ष का समय है।”
— राहुल मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इन दिनों एक ऐसे ठगी नेटवर्क का केंद्र बनता जा रहा है, जो आम लोगों को अपनी चकाचौंध भरी बातों और योजनाओं से फांस कर आर्थिक और मानसिक रूप से तबाह कर रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे जाल के पीछे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त गिरोह सक्रिय हैं, जो कानून से ऊपर खुद को समझते हैं ।

 सपनों का सौदा, मौत का सौदा – इन ठगों द्वारा लोगों को नकली निवेश योजनाएं, रोजगार के फर्जी वादे, कर्ज माफी, और स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर फंसाया जा रहा है। एक बार फंसने के बाद लोगों की पूंजी, संपत्ति और मानसिक शांति छीन ली जाती है ।

पीड़ितों का कहना है कि शिकायत के बाद भी पुलिस कार्यवाही में टालमटोल करती है — क्योंकि कई मामलों में आरोपियों के पीछे स्थानीय राजनीतिक दलों के रसूखदार नेताओं का हाथ है।

चौंकाने वाले खुलासे – हाल ही में हुए एक स्टिंग ऑपरेशन में यह खुलासा हुआ कि इस गिरोह के सदस्य फर्जी NGO, , और महिला सहायता संगठनों के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूलते हैं । एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया, “यह सिर्फ ठगी नहीं है, यह जनता की जिंदगी से खिलवाड़ है। राजनीतिक छाया में पनप रहे ऐसे लोगों के खिलाफ यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पूरे राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है ।” प्रशासन मौन, जनता त्रस्त – जहां एक ओर ठग अपना साम्राज्य बढ़ा रहे हैं, वहीं प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। अब जनता, सामाजिक संगठन और स्वतंत्र पत्रकार मिलकर इस माया जाल को उजागर करने की मुहिम में जुट चुके हैं।


विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव व मनोज मिश्रा ने राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर बैंको के साथ साज-गाठ कर फर्जी लोन दिला कर छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर, महिलाओ, जनसाधारण जनता को कर्ज के दलदल में धकेल कर उन्हें आत्महत्या के लिए प्रेरित करने (उत्तेजित करने) का प्रयास किया जा रहा है । जिनका शोषण राजनीतिक संरक्षण प्राप्त विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव व मनोज मिश्रा से ठगी के शिकार हुए हैं । विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल, आरोही अग्रवाल, अनमोल अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव द्वारा प्रवासी मजदूर, महिलाओं एवं जनसाधारण लोगों को चिन्हित कर उन लोगों को फर्जी लोन दिलाने का काम किया जाता है । इनके द्वारा कई सरकारी बैंकों के साथ साझ-गाठ अनेको लोगो से ठगी की गयी हैं,  सारा काम DSA की अड़ लेकर सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव किया गया हैं । यह ठग गिरोह कम पढ़े-लिखे, मजदूर,महिलाओ का लोन कराकर लोन की राशि को आपने अन्य फर्जी फार्मो मे ट्रांसफर करा लिया करते हैं ।  इन ठग गिरोह के साथ कुछ CA भी हैं जिनके साथ मिल कर फर्जी फॉर्म बनाते है, उन फार्मो के नाम से जीएसटी रजिस्ट्रेशन, गुमास्ता आदि अन्य रजिस्ट्रेशन तैयार कर उनके समस्त दस्तावेज गिरोह के सदस्य नीना अग्रवाल, विजय अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सागर श्रीवास्तव, मनोज मिश्रा व सुधीर गुप्ता अपने पास रखते हैं, यदि कोई जनसाधारण हिम्मत करके थाने में कंप्लेंट करने का कोशिश करता है, तो राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण इस पर किसी प्रकार का कोई भी शिकायत दर्ज नहीं किया जाता हैं ।

महोदय जी विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल ठग गिरोह के साथ कई सरकारी बैंकों के अधिकारी मिले हुए हैं, जिनके माध्यम से यह फर्जी लोन करते हैं, बहुत सारे लोन में उनके द्वारा लोन में जिस संपत्ति का जिक्र किया गया है, सरकारी रोड की जमीन है या खसरे मे जमीन नहीं है, बैंको के अधिकारी द्वारा मिली-भगत होने के कारण बिना जांच-परख लोन किया जाता हैं,  बाद में यह ठग गिरोह अपने अन्य फॉर्म में लोन के राशि को ट्रांसफर करवा लेते हैं और जिन लोगो का लोन कराया गया हैं उनको मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता हैं  है, पीड़ा को भोगने के लिए उनके हाल पर छोड़ देते हैं, जिसकारण कई लोगों ने इन ठग गिरोह के कारण आत्महत्या तक कर लिये है और पूर्व में इन ठग गिरोह के लोगो पर 71 करोड़ की GST चोरी का आरोप लगा था जिसकारण उनके कुछ साथियों को जेल की सजा हुई हैं, साथ ही साथ यह यह ठग गिरोह GST चोरी, हवाला करने का एक ऐसा साधन बना कर रखे हैं, जिस पर यह रायपुर से खाली गाड़ी महाराष्ट्र बॉर्डर तक जाती है और वहां से बिल्टी पर सील-साइन करवा कर खाली गाड़ी ही वापस आती है परंतु राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण RTO द्वारा गाड़ी रोकी नहीं जाती है । इनसे सवाल जवाब करने का हिम्मत करता है, तो महोदय जी यह ठग गिरोह द्वारा जान से मारने व देख लेनी की धमकी दी जाती हैं । पीड़ित पक्ष के पास उनके साथ हुए फर्जी वाले की समस्त दस्तावेज उपस्थित है ।

ठग गिरोह नीना अग्रवाल, विजय अग्रवाल, सुधीर गुप्ता ,सर्वेश पांडे व अन्य द्वारा मुख्यतौर से विधानसभा के सकरी ग्राम जैतखाम के पास सारी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है जहां लगभग 40 से अधिक फार्मो का रजिस्ट्रेशन बताया गया है ।

निम्न बिन्दुओ जिनमे ध्यान देने की अवशकता हैं _

  • विधान सभा के ग्राम सकरी जैतखाम के पास 40 से अधिक फॉर्म का रजिस्ट्रेशन बड़ी भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है ।
  • रोड व सरकारी जमीनों पर बैंक द्वारा बिना जांच के लोन प्रदान करना बैंक के अधिकारीओ के साथ इस ठग गिरोह की साझ-घाट की ओर इशारा करता है ।
  • रायपुर से खाली गाड़ी महाराष्ट्र बॉर्डर तक जाती है, जिसका पता RTO को होने के बाद भी RTO द्वारा गाड़ियों की चेकिंग ना किया जाना RTO अधिकारी के साथ मिली भगत एवं भ्रष्टाचार दर्शाता हैं ।
  • लोन लिए गए व्यक्ति द्वारा एक ही समय में अन्य फॉर्म में पैसा ट्रांसफर किया जाना एवं ट्रांसफर भी ठग गिरोह के अकाउंट में किया जाना यह एक बड़े अपराध को जन्म देने का कारण बन सकता है ।
  • ठग गिरोह के दो सदस्य द्वारा हाई कोर्ट बिलासपुर से एक आर्डर पास कर लिया गया है, उस ऑर्डर पर स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है, कि यदि कोई व्यक्ति द्वारा शिकायत किया जाएगा तो उस पर कार्यवाही की जाएगी परंतु पुलिस प्रशासन में ऐसा क्या भाय (डर) फैला हुआ है, कि उस ऑर्डर के दम पर ठग विजय अग्रवाल हर किसी FIR(शिकायत) करवाने वाले व्यक्ति पर बोलता है, कि मेरे ऊपर कोई भी शिकायत (एफ़आईआर) दर्ज नहीं हो सकती है और पुलिस भी मौन होकर उस ठग विजय अग्रवाल की यह बात को स्वीकार कर लेता है ।
  • कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन भी इस पूरे भ्रष्टाचार में शामिल है, इस कारण इस CBI जांच  करवाई जानी चाहिए ।

“राजनीतिक शह पर पल रहे इन अपराधियों की असलियत उजागर करना समय की मांग है ।” यदि आप भी किसी ऐसे फ्रॉड का शिकार हुए हैं या जानकारी रखते हैं, तो चुप न रहें — आवाज़ उठाएं ।

सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध NSUI का आंदोलन “नशा नहीं शिक्षा और नौकरी दो”

NSUI कवर्धा जिला अध्यक्ष ने कहा :- कि प्रदेश में 10463 स्कूलों का युक्तिकरण: शिक्षा के अधिकार पर हमला है,सरकार ने “युक्तिकरण” के नाम पर 10463 स्कूल एवं कबीरधाम जिला में 375 स्कूल बंद करने की नीति अपनाई है।ये वही सरकार है जो “मोदी गारंटी” में 57000 शिक्षकों की भर्ती की बात कर रही थी।जब शिक्षकों की भर्ती की बात थी तो वादे किए गए, लेकिन अब स्कूलों को ही खत्म किया जा रहा है।यह कदम ग्रामीण, गरीब, आदिवासी और दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों के शिक्षा के अधिकार पर सीधा हमला है।

सवाल यह उठता है कि जब स्कूल ही नहीं रहेंगे तो 57000 शिक्षक कहाँ, कब और क्यों भर्ती किए जाएंगे?57000 पदों पर भर्ती की मांग: मोदी गारंटी को निभाने की चुनौती है, NSUI की स्पष्ट मांग है कि सरकार 57000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा को केवल “चुनावी जुमला” न बनाए।भर्ती प्रक्रिया 2008 के सेटअप के अनुसार पारदर्शी ढंग से और बिना किसी छेड़छाड़ के की जाए।अगर सरकार में इच्छाशक्ति है तो वह इस भर्ती प्रक्रिया को तत्काल प्रारंभ करे।अगर भाजपा सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतरती, तो यह युवाओं के साथ धोखा और विश्वासघात होगा।

NSUI जिला संगठन प्रभारी व महासचिव अमन वर्मा ने कहा :–यह स्पष्ट है कि सरकार की प्राथमिकता शिक्षा नहीं, केवल आंकड़ेबाजी और दिखावा है। साथ ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने कहा था कि आत्मानंद स्कूल के शिक्षकों की जल्द ही नियमित किया जाएगा, नियमितीकरण तो दूर प्रदेश के कई स्कूलों में शिक्षकों को समय पर वेतन तक नहीं मिल रहा है।युक्तिकरण के नाम पर स्कूल बंद करना आरटीई (RTE) कानून का उल्लंघन है,सरकार द्वारा युक्तिकरण के बहाने जो 10000 से अधिक स्कूल बंद किए जा रहे हैं, वह केवल प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि कानूनी और संवैधानिक उल्लंघन भी है।भारतीय संविधान की धारा 21-A और ‘मुफ्त और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 (RTE Act, 2009)’ के तहत “हर बच्चे को 6 से 14 वर्ष की आयु तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना राज्य का दायित्व है।”RTE अधिनियम की धारा 3, 4 और 6 यह स्पष्ट रूप से कहती हैं कि प्रत्येक बच्चे को उसके निकटतम प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश और शिक्षा का अधिकार है।ऐसे में स्कूलों को बंद करना न सिर्फ गरीब और ग्रामीण बच्चों को शिक्षा से वंचित करना है, बल्कि RTE अधिनियम की मूल भावना का उल्लंघन भी है।भाजपा सरकार एक तरफ 67 नए शराब दुकान खोल रही है, 28 एवं 29 मार्च 2025 को नए आबकारी नियम के तहत प्रदेश में एफ.एल. 5 एवं एफ.एल. 5(क)  के तहत प्रतिदिन लाइसेंस उपलब्ध करवाने का काम कर रही है और दूसरी तरफ प्रदेश में 10463 स्कूलों का युक्तिकरण कर बंद कर रही है, प्रदेश के युवाओं को नौकरी के नाम पर सिर्फ और सिर्फ जुमले और खोखले वादे मिल रहे है, ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश की साय सरकार प्रदेश के छात्र एवं युवा वर्ग को शिक्षा व रोजगार के जगह नशे के लिए प्रेरित कर रही है।29 मार्च 2025 को आबकारी विभाग द्वारा जारी पत्र में ये साफ उल्लेखित किया गया है, शादी,फार्म हाउस,इवेंट,कंसर्ट,संगीत,नृत्य कार्यक्रम, नव वर्ष समारोह सहित क्रिकेट मैच तक में शराब परोसने एवं पीने हेतु प्रतिदिन के डर से लाइसेंस प्रदान करने तैयार है, ये भाजपा सरकार की दोहरी नीति स्पष्ट करता है।

NSUI युक्तिकरण जैसे “शिक्षा विरोधी” फैसले का कड़ा विरोध करती है एवं मांग करती है कि युक्तिकरण के फैसले को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से युवा कांग्रेस के जिला महासचिव राहुल सिन्हा,कवर्धा शहर अध्यक्ष मेहुल सत्यवंशी, पिपरिया शहर अध्यक्ष ऋषभ वैष्णव, जिला महासचिव प्रवीण वर्मा, जलेश यादव, तुकेश कौशिक, परसा वर्मा, शिवेंद्र वर्मा,एनएसयूआई ……एवं एनएसयूआई कार्यकर्ता उपस्थित रहे!

दाई-बाबा दिवस” का आयोजन आयुष्मान आरोग्य मंदिर टेमरी में संपन्न हुआ।

आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हेल्थ मेला का आयोजन किया जा रहा है इसी तारतम्य मे बुधवार, दिनांक 4 जून 2025 को आयुष्मान आरोग्य मंदिर टेमरी, विकासखंड धरसीवां, जिला रायपुर में “दाई-बाबा दिवस” हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की विशेष अतिथि माननीय सरपंच श्री देवप्रसाद साहू, उपसरपंच हरिश यादव आदर्श ग्राम पंचायत टेमरी, सेक्टर प्रभारी डॉ. आशीष मेश्राम, दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा बाफना, मितानिन ट्रेनर तथा समस्त मितानिनों की उपस्थित में
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना, सरस्वती वंदना, स्वागत गीत एवं अतिथियों के सम्मान के साथ की गई जिसमें बुजुर्ग दाई- बबा का स्वागत भेंट किया गया, इस अवसर पर स्वास्थ कार्ड जांच शिविर साथ मे दंत रोग विशेषज्ञ द्वारा दांतो की जांच, उपचार एवं परामर्श शिविर का सफल आयोजन हुआ।

राया (RAAYA) लेकर आया महाराष्ट्र का सबसे प्रिय पारंपरिक मेंसवियर अब रायपुर में..

रायपुर से पत्रकार सुनील साहू की रिपोर्ट — 3 जून 2025

पुणे, महाराष्ट्र से शुरू हुआ प्रतिष्ठित भारतीय मेंसवियर ब्रांड RAAYA ने आज रायपुर में अपने सबसे भव्य स्टोर का उद्घाटन किया। यह नया स्टोर पंडरी मेन रोड पर, निरंकारी फ़र्नीचर के बगल में, क्लॉथ मार्केट जंक्शन पर स्थित है और अब रायपुर का नया प्रीमियम डेस्टिनेशन बन गया है लक्ज़री इंडियन एथनिक वियर के लिए।स्टोर का उद्घाटन श्री नागराज जैन (संस्थापक, जयहिंद ग्रुप), निदेशक श्री दिनेश जैन एवं श्री मनुलाल अग्रवाल के कर-कमलों द्वारा किया गया, अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति । RAAYA के युवा संस्थापक श्री प्रेशित जैन अपनी दूरदृष्टि और स्टाइल की समझ के साथ इस ब्रांड को नए आयामों तक ले जाने के मिशन पर हैं — जिसमें परंपरा, शिल्पकला और आधुनिकता का सुंदर समन्वय एक सुलभ मूल्य पर प्रस्तुत किया गया है। RAAYA रायपुर में पारंपरिक परिधान की विविध रेंज को बेहद सोच-समझकर प्रदर्शित किया गया है:कुर्ता, सूट, इंडो-वेस्टर्न, बंधगला और शेरवानी। त्यौहारों से लेकर शादी-ब्याह तक, यह स्टोर पुरुषों के लिए सम्पूर्ण पारंपरिक वार्डरोब समाधान प्रदान करता है, जिसमें बारीकी, फैब्रिक की गुणवत्ता और उत्कृष्टता पर विशेष ध्यान दिया गया है।लॉन्च के अवसर पर श्री प्रेशित जैन ने कहा, “RAAYA वह स्थान है जहाँ विरासत आकांक्षा से मिलती है। रायपुर के साथ हम एक नए और जीवंत अध्याय का स्वागत करते हैं — जहाँ परंपरा को सिर्फ सहेजा नहीं जाता, बल्कि स्टाइल के साथ मनाया भी जाता है।”RAAYA का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है और भारत के पारंपरिक मेंसवियर ब्रांड्स में एक अग्रणी नाम बनना है, जो भव्यता, गरिमा और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ा अनुभव प्रदान करे।स्टोर का पता:पंडरी मेन रोड, निरंकारी फ़र्नीचर के बगल में, क्लॉथ मार्केट जंक्शन, रायपुर

प्रधान मंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत बना शौचालय चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट ।

मुकेश कुमार की रिपोर्ट सरगुजा – सरगुजा जिले के आकांक्षी लखनपुर विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन योजना अंतर्गत बना शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है जहां ठेका प्रथा से शौचालय का आधा अधूरा निर्माण कर ठेकेदार और अधिकारियों ने मिली भगत से राशि का बंदर बांट कर लिया है। वहीं पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग खुले में शौच जाने को मजबूर है कहने को तो यह गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है। लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रहा है। पूरा मामला लुण्ड्रा विधानसभा अंतर्गत आकांक्षी विकासखंड लखनपुर के ग्राम बेलदगी के आश्रित ग्राम अलगा बेदोंपानी और आमापानी में एक दर्जन से अधिक पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों का स्वच्छ भारत मिशन योजना 2024 – 25 अंतर्गत ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से शौचालय का आधा अधूरा निर्माण कार्य कराया गया और किसी हितग्राही के एक शौचालय में दो टायलेट सीट बैठाया तो किसकी हितग्राही के गड्ढा बनाकर ठेकेदार और अधिकारियों कर्मचारियों ने मिली भगत कर शौचालय की राशि हजम कर लिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक बुटूल कोरवा पिता मंगल साय ,जगरोपण पिता मंगल साय ,लहंगा कोरवा पिता रामसाय,जेठी भाई पति मंगल सहाय, सुरेश कोरबा, बुधराम, कुंती कोरवा, रवि कोरवा, दुहनी कोरवा संहित अन्य पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों का वर्ष 24 – 25 में स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालय स्वीकृत हुआ इसके बाद पंकज तिर्की नामक ठेकेदार आश्रित ग्राम अलका बैंदोपानी और आमापानी पहुंच पहाड़ी कोरवाओ का आधा अधूरा शौचालय निर्माण किया गया और जनपद कर्मचारी पंकज गुप्ता से मिली भगत कर ठेकेदार ने जियो टैग कराकर हितग्राहियों से 12-12 हजार रुपए खाते से निकलवा लिए शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण बिना ही राशि हजम कर लिया गया आज हितग्राहियों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ रहा है जिसे उन्हें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शौचालय निर्माण की आई तस्वीर स्वच्छ भारत मिशन योजना को चढ़ाते हैं नजर आ रही है वहीं अब देखने वाली बात होगी कि स्वच्छ भारत मिशन योजना में किए गए भ्रष्टाचार को लेकर किस प्रकार की कार्रवाई की जाती है।

कागजों में बना शौचालय निकाल लिया गया राशि
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरबा जनजाति के लोगों की माने तो गांव में कई लोगों का शौचालय आधा अधूरा बना है और कई हितग्राहियों का शौचालय शुरू भी नहीं हुआ है। ठेकेदार गांव पहुंच गाड़ी बुक कर सभी हितग्राहियों को लखनपुर लाकर उनके खातों से 12-12000 निकलवा कर पैसा ले लिया गहै और शौचालय का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है।

जिओ टेककर्ता पंकज गुप्ता

इस संबंध में जिओ टेक कर्ता पंकज गुप्ता से फोन पर बात करने पर उनके द्वारा बताया गया कि स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत बने शौचालय का जिओ टेक नहीं किया गया और ना ही राशि का आहरण किया गया है।