शराब घोटाला मामला : अनवर ढेबर के खिलाफ FIR और गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट में हुई सुनवाई, कोर्ट ने EOW को जारी किया नोटिस

बिलासपुर। शराब घोटाला मामले में ACB-EOW में दर्ज एफआईआर और गिरफ्तारी के खिलाफ कारोबारी अनवर ढेबर ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है. इस याचिका पर चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की बेंच ने प्रारंभिक सुनवाई के बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब मांगा है.प्रदेश में कथित शराब घोटाले को लेकर पूर्व में ईडी की तरफ से प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में ईडी ने कारोबारी अनवर ढेबर, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड के एमडी रहे अरुणपति त्रिपाठी, नितेश पुरोहित और त्रिलोक सिंह ढिल्लन को आरोपी बताते हुए गिरफ्तार किया था. ढेबर को पूर्व में हाईकोर्ट से मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मिल गई थी. बाद में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने इसी मामले में ईओडब्ल्यू में मामला दर्ज करवाया है. इस मामले में ढेबर को महाराष्ट्र जाने के दौरान गिरफ्तार किया गया था. उनकी तरफ से हाईकोर्ट में लगाई याचिका में कहा गया है कि पूर्व में इस मामले में दर्ज ईसीआईआर को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था, इसलिए एफआईआर और गिरफ्तारी अवैध है.

आदिवासी युवक की हत्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता व कांग्रेस का हाथ पिता ने लगाया गंभीर आरोप

रायपुर ब्रेकिंग न्यूज /  आदिवासी युवक की हत्या को आत्महत्या का रूप देने के मामले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हाथ होना व हत्या करना बताया गया ,मालूम हो कि विगत वर्ष अप्रैल 2023 को 17 साल के आदिवासी नाबालिग लड़के की लाश एक पेड़ से लटकता हुआ मिलता है जिसे शिकायत/ सूचना पर बस्तर के नरहरपुर अंतर्गत मासूलपानी पुलिस लाश बरामद करती है जिसे आत्महत्या समझ मामले को बंद कर दिया जाता है जबकि पीड़ित पिता द्वारा बार-बार कहते आ रहे हैं कि मेरे बेटे को मारकर आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है पुलिस ने पीड़ित पिता की एक नहीं सुनी ,  पीड़ित पिता न्याय पाने दर- दर भटकता रहा आज पीड़ित पिता गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के रायपुर संभाग अध्यक्ष फरीद कुरैशी को ज्ञापन सौंपकर अपने पुत्र की हत्या को लेकर न्याय दिलाने की मांग की गई पीड़ित पिता ने बताया कि मेरे पुत्र कि हत्या में सक्रिय कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हाथ है इन्होंने ने ही मेरे पुत्र कि हत्या की है और कांग्रेस शासनकाल में कांग्रेस का संरक्षण पाते हुए हत्या को आत्महत्या दिखाते हुए हत्या के मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं ली है ज्ञात हो कि नरहरपुर थानांतर्गत मासूलपानी में विगत वर्ष आदिवासी युवक 17 वर्षीय खिलेश्वर कोडोपी पिता अशोक कोडोपी की लाश गांव के पास पेड़ पर संदेहास्पद स्थिति में लटकती मिली जिसे आत्महत्या क़रार दिया गया जबकि पिता अशोक कोडोपी बेटे की हत्या करना बता रहे हैं पिता का कहना है कि मेरे बेटे की लटकती शव को देखकर नहीं लग रहा कि मेरे बेटे ने आत्महत्या की है लटकती पेड़ पर शव के नीचे पड़े  हुए पत्थरों पर बेटे के दोनों पैर टिके हुए हैं उस स्थिति में कोई भी कैसे आत्महत्या कर सकता है साथ ही मेरे बेटे का मोबाइल फोन व पैर में पहने चप्पल घटनास्थल से आधा  किलोमीटर दूर एक सप्ताह बाद मिलता है पिता ने यह भी बताया कि लटकती हुई लाश पर जो कपड़े पहने हुए हैं वह मृतक का नहीं है पीड़ित पिता ने बताया कि आत्महत्या नहीं है बल्कि सोची समझी रणनीति पूर्वक की गई हत्या हैं गांव के ही सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता दुर्गेश मंडावी व अन्य के द्वारा मेरे पुत्र कि हत्या की गई है  जिसे भरपूर प्रयास कर आत्महत्या का रूप दिया गया है ।
पीड़ित पिता ने कहा कि न्याय पाने के लिए पुलिस प्रशासन के डी आई जी कांकेर,एस डी एम कांकेर, जिला कलेक्टर कांकेर, थाना प्रभारी नरहरपुर कांकेर, अनुविभागीय अधिकारी कांकेर, उ,ब, कांकेर छ ग मे कई आवेदन प्रस्तुत किए जाने के पश्चात आज दिनांक तक न्याय नहीं मिल रहा है तथा न्याय पाने दर दर भटक रहे हैं कुछ दिनों पहले पीड़ित पिता ने राजधानी हलचल टीम को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा था कि जल्द ही मेरे पुत्र कि हत्या करने वाले व संरक्षण देने वालों की मिडिया / शासन प्रशासन/ जनता के समक्ष खुलासा किया जाऐगा,आज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी संभाग अध्यक्ष को मांग पत्र सौंप पुत्र कि हत्या में शामिल आरोपी व आरोपीयों को संरक्षण देने वालो का खुलासा किया गया पीड़ित पिता ने खुलासा करते हुए कहा कि मेरे पुत्र कि हत्या में सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता दुर्गेश मंडावी व अन्य लोग शामिल हैं तथा इन आरोपीयों को बचाने में कांग्रेसियों का हाथ है इसलिए मेरे पुत्र कि हत्या में शामिल आरोपी को कांग्रेस शासनकाल के दबाव में पुलिस द्वारा बचाया गया है। पीड़ित पिता व परिजनों ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से न्याय दिलाऐ जाने की मांग रखी है संभाग अध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि आपको न्याय जरूर मिलेगी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी हर स्तर पर न्याय दिलाने संघर्षरत रहेंगी।
राजधानी हलचल टीम ने इस मामले को लेकर पूर्व में प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया है।
 राजधानी हलचल टीम को पीड़ित पिता के द्वारा दिए जा रहे कथन व साक्ष्य तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समक्ष मांग पत्र में आरोपीयों व संरक्षण देने वालों का खुलासा किए जाने पर  यह प्रतीत होता नजर आ रहा है कि कि पीड़ित पिता द्वारा लगाए जा रहे आरोप की सत्यता पर मुहर लग रहीं है।
 अगर मान लिया जाए कि पीड़ित पिता की सारे आरोप बेबुनियाद है तो फिर पुलिस द्वारा जांच में कमी कैसे पाई जा रही है आरोपीयों से पूछताछ क्यों नहीं किया गया जांच के दौरान गंभीरता क्यों नहीं दिखाई गई जैसे मृतक की लाश से कुछ आधा किलोमीटर दूर पर मृतक का चप्पल पाया जाता है ठीक एक सप्ताह बाद मृतक का मोबाइल फोन पाया जाता है  पुलिस द्वारा गंभीरता से जांच करती व आरोपीयों से कड़ाई से पूछताछ करती तो शायद आज न्याय की दिशा कुछ और होती पीड़ित पिता को न्याय पाने दर-दर भटकना नहीं पड़ता, नरहरपुर – कांकेर पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहें हैं। न्याय पाने की आश में व भाजपा शासन में न्याय दिलाने को लेकर पीड़ित पिता ने गृहमंत्री के समक्ष शिकायत आवेदन प्रस्तुत कर न्याय की गुहार लगाई है देखना यह बाकी है कि क्या पीड़ित पिता को न्याय मिल पायेगी,आरोपी पुलिस गिरफ्त में नजर आएंगे या फिर आरोपी बच निकलने में कामयाब होंगे।

भानुप्रतापपुर SDO, TI प्रेमप्रकाश पुलिस बल द्वारा बलात घर घुसकर गुंडा-गर्दी करते हुये रात 10 बजे 50 वर्षीय दसमत साहू को उठाकर ले गये |

भानुप्रतापपुर SDO, TI प्रेमप्रकाश पुलिस बल द्वारा बलात घर घुसकर रात 10 बजे 50 वर्षीय दसमत साहू को उठाकर ले गये ।

भानुप्रतापपुर ।
घटना दिनांक 24.02.2024 को रात्रि 9.45 बजे एसडीओपी सिविल ड्रेस में और टी.आई प्रेमप्रकाश अवधिया, पुलिस बल के साथ देवपुरी रायपुर स्थित घर में बिना सूचना किसी नोटिस, बिना किसी सुचना दिये बलात घर में घुस आये और पूरे परिवार को अश्लील उराधाकार प्रताडित किया गालीगलौज धक्का मुक्की करते हुये एक कमरे में बंद कर दिया क्या तथा घर की विधवा मुखिया दशमत बाई साहू को उठाकर ले गये, जिसकी सूचना टिकरापारा थाना वालों को भी नहीं दी गई । पुलिस बर्बरता यही नहीं रूकी, तीसरे दिन हाईकोर्ट में पेश कर दिये जहां उच्च न्यायालय की फटकार पर मजबूरी में 26.02.2024 को दशमत को छोडना पडा । इसके बाद भी पुलिस वालों ने घर वाले को एक तुरन्त नोटिस बनाकर उसकी फोटोकापी थमाकर जबरन परिवार के सभी सदस्यों से अपने पेपर में हस्ताक्षर करवा लिये और दूसरे दिन थाने में फिर से बुलवाया गया । दशमत और दशमत के परिवार वाले इन पुलिस बनाम डाकुओं से इतना सहम गये है उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें । यही नहीं पुलिस वालों ने धमकी भी दिया है कि उन्हें फिर थाना ले जायेंगे। क्योंकि इन्हें नहीं पता कि पुलिस वाले इन्हें इस तरह आधी रात क्यों उठाकर ले गये, फिर थाना ले जाने की धमकी क्यों दिये। क्या पुलिस भी सुपाड़ी लेना शुरू कर दी है कि किसी के कहने पर अपने ड्रेस में कुछ भी कर सकते है। जिस पर दशमत के परिवार वालों ने पुलिस महानिदेशक और शासन प्रशासन को आवेदन लगाई है। इन्हें पता चला है कि भानुप्रतापुर वाले दशमत के घर के पडोस में एक मुस्लिम परिवार की लडकी भाग गई है इसी प्रकरण में तोहमत लगाने के लिये इनके कहने पर दशमत के बेटे उम्र लगभग 23 साल के 3 साल पहले लापता हो गये जिस पर आरोप थोपकर इस मामले को तूल देने की कोशिश और हिन्दु मुस्लिम रंग देने की कोशिश की जा रही है । दशमत और उसके परिवार ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस मामले पर तुरन्त कार्यवाही करे और दशमत के परिवार को न्याय दिलाये ।

आधार फाइनेंस द्वारा तहसीलदार का फर्जी पत्र बनकर अपराधिकृत को दिया गया अनजाम ।।

आधार फाइनेंस लिमिटेड रायपुर के द्वारा अपराधिकृत कर तहसीलदार का फर्जी आदेश पत्र बनवाकर सबसे पहले भिलाई-3 दुर्ग थाने में उसकी पावती ली गई उसके बाद आधार फाइनेंस के अधिवक्ता के द्वारा उस पत्र को लेकर पीड़िता संगीता बर्मन के घर पर रखे हुए सामान को अवैध रूप से अपराधी गतिविधि कर घर का दरवाजा तोड़कर सामान को चोरी कर ले जाने की कोशिश की जा रही थी, जिसमें कुछ पुलिस वाले भी शामिल थे यह पूरी घटना DDनगर कॉलोनी चरोदा भिलाई की एक महिला देख रही थी, जिन्होंने मौके पर जाकर वीडियो बनाने की कोशिश की तो उन महिला को चार आदमियों ने पड़कर घर के अंदर खींच लिया एवं महिला के साथ बदतमीजी की कोशिश की गई जिसे वहा खड़े पुलिस वाले प्रत्यक्ष देख रहे थे । पुलिस वालों ने कुछ नहीं किया जब महिला ने संगीता बर्मन को कॉल करके बुलाया तो उसके बाद जब संगीता बर्मन आ गई उन्होंने वीडियो बनाना जारी रखा क्योंकि संगीता बर्मन एक अभियान कर्ज मुक्त भारत से जुड़ी हुई है, इस कारण उन्हें कुछ नियम एवं कानून बताए गए हैं, जिनका वह पालन करते हुए वीडियो बना रही थी, पुलिस वालों ने जब देखा कि उनका वीडियो बन रहा है, क्योंकि जो आदेश पत्र फर्जी था पुलिस वाले को पता था इसलिए पुलिस वाले वहां से निकाल कर भाग गए, इसके बाद आधार फाइनेंस लिमिटेड रायपुर(बैंक) वालों ने संगीता बर्मन एवं उनकी महिला मित्र और एक पुरुष को घर पर बंधक बनाकर रखा । कर्ज मुक्त भारत अभियान की टीम मौके पर पहुंची उसके बाद उन्होंने 112 में कॉल किया जिसमें पुलिस वाले नहीं आ रहे थे, बाद में अधिवक्ता रमन मिश्रा के द्वारा दुर्ग SP साहब को शिकायत कर 112 को कॉल किया तब 112 की गाड़ी आई एवं उनके द्वारा आधार फाइनेंस लिमिटेड रायपुर(बैंक) कर्मी को बुलाया गया जिन्होंने अपने हाथ से ताला को खोल दोनों बंधक महिलाओं को बाहर निकाला एवं खुद से स्वीकार किया कि उनके द्वारा दोनों महिलाओं को एवं उसे व्यक्ति को बंधक बनाया गया था । जिसमें की आधार फाइनेंस लिमिटेड रायपुर(बैंक) के अधिवक्ता भी शामिल थे, बाद में जब कंप्लेंट लिखने के लिए संगीता बर्मन एवं उनकी महिला मित्र थाने गई तो पुलिस द्वारा केवल शिकायत लिया गया FIR नहीं लिखा गया । …………………………………………………

गलवान के बाद चीन ने मान लिया कि भारत अब कमजोर देश नहीं: राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि चीन भले ही भारत को अपना दुश्मन मानता हो, लेकिन नई दिल्ली हर देश के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों में विश्वास रखता है। यूनाइटेड किंगडम की यात्रा पर गए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बदल गया है और यहां तक ​​कि चीन जैसे देश, जो भारत को एक कमजोर अर्थव्यवस्था मानते थे, ने भी भारत के बारे में अपनी धारणा बदल दी है। नई दिल्ली। ब्रिटेन में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के प्रति चीन की धारणा काफी बदल गई है। सिंह ने यह भी कहा कि गलवान गतिरोध के बाद चीन ने मान लिया कि भारत अब कमजोर राष्ट्र नहीं है. “चीन को भारत का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। हम चीन को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते हैं, शायद चीन ऐसा मानता है। हालांकि, हम अपने सभी पड़ोसियों और दुनिया भर के देशों के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहते हैं…2020 में, एक आमना-सामना सिंह ने कहा, “भारत और चीन के बीच जो हुआ, और हमारे सुरक्षा बलों ने जो बहादुरी दिखाई, शायद यही कारण है कि चीन का भारत के बारे में नजरिया बदल गया है। उन्हें एहसास हो गया है कि भारत अब कमजोर नहीं है।”चीनी राज्य-नियंत्रित ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक हालिया लेख का हवाला देते हुए, सिंह ने कहा, “ग्लोबल टाइम्स के एक स्तंभकार, जो एक तरह से चीन का मुखपत्र है, ने ‘भारत कथा के बारे में मैं क्या देखता हूं’ शीर्षक के साथ एक लेख प्रकाशित किया भारत में।’ आर्थिक खिलाड़ी और एक रणनीतिक शक्ति।” लंदन में इंडिया हाउस में सामुदायिक स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि चीनी विश्लेषक ने यह भी कहा कि बीजिंग अब स्वीकार करता है कि आप भारत को पसंद करें या नहीं, भारत की छवि और बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

सिरतुन्‍नबी कमेटी इंसाफ, अमन और सेवा का पैग़ाम लेकर आगे बढ़ेगी: सोहेल सेठी

शहर सिरतुन्‍नबी कमेटी के सदर (अध्यक्ष) सोहेल सेठी ने मंच से अपनी बात रखते हुए कहा कि यह कमेटी समाज में इंसाफ, अमन, एकता और सेवा का पैग़ाम लेकर कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि कमेटी में चयनित सदस्य पूरे वर्ष कौम और समाज की भलाई के लिए कार्यरत रहेंगे और जरूरतमंदों की मदद, शिक्षा, सामाजिक न्याय और युवा सशक्तिकरण जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देंगे।“तक़रीब-ए-तशकील” कार्यक्रम का आयोजन भव्य और गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस ऐतिहासिक आयोजन में “शहर सिरतुन्‍नबी कमेटी” के गठन की औपचारिक घोषणा की गई, जिसमें रायपुर शहर के समाजसेवा में सक्रिय, नेक-नीयत और जिम्मेदार व्यक्तित्वों को विभिन्न जिम्मेदारियों (ओहदों) पर मनोनीत किया गया और उनका सम्मान भी किया गया।इस अवसर पर शहर के वरिष्ठ मुस्लिम नागरिकों, समाजसेवियों, युवाओं, वक्ताओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे संगठनों की ज़रूरत आज के दौर में और अधिक महसूस होती है, जहां समाज को एकजुटता और सद्भाव की आवश्यकता है। कई वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि नई पीढ़ी को नेतृत्व की दिशा में आगे लाने के लिए इस तरह के संगठनों की भूमिका बेहद अहम है।गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का गौरवइस गरिमामयी आयोजन में वक्फ बोर्ड के सदर डॉ. सलीम राज, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर, एडवोकेट फैज़ल रिज़वी, श्री नोमान अकरम, कांग्रेस नेता शरीक रईस खान, कामरान अंसारी, कई सेवानिवृत्त मुस्लिम अफसर, और रायपुर के शहरी मौजूद रहे। मीडिया के साथियों ने भी पूरे आयोजन को कवर करते हुए इसे रायपुर की सामाजिक चेतना की दिशा में अहम कदम बताया।कार्यक्रम के अंत में सोहेल सेठी ने सभी का शुक्रिया अदा किया और कहा कि यह कमेटी निष्पक्षता, पारदर्शिता और समाजसेवा के मूल्यों को लेकर आगे बढ़ेगी। “शांति, न्याय और सेवा” के आदर्शों पर आधारित यह कमेटी रायपुर शहर में सामाजिक बदलाव की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।

 छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ‘मौत का माया जाल’, राजनीतिक संरक्षण में सक्रिय ठगों का गिरोह बेनकाब ।

सामाजिक कार्यकर्ता राहुल मिश्रा का खुलासा: रायपुर में ‘मौत का माया जाल’, राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठगों का नेटवर्क सक्रिय हैं – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सामाजिक कार्यकर्ता राहुल मिश्रा ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि शहर में एक ऐसा ठग गिरोह सक्रिय है, जो भोली-भाली जनता को झूठे सपने दिखाकर फंसा रहा है और उसके पीछे मजबूत राजनीतिक संरक्षण है। राहुल मिश्रा का आरोप: “यह सिर्फ ठगी नहीं, यह जनता की हत्या है”

राहुल मिश्रा ने कहा, – “इन ठगों ने कर्ज माफी, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा और निवेश जैसे मुद्दों का सहारा लेकर लोगों की जिंदगी को बर्बाद किया है। जब कोई आवाज उठाता है, तो उसे डराया जाता है या नजरअंदाज कर दिया जाता है ।” मिश्रा ने दावा किया कि उन्होंने दर्जनों पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है, जो न केवल आर्थिक नुकसान झेल चुके हैं, बल्कि मानसिक तनाव से भी जूझ रहे हैं।

फर्जी संस्थाओं और NGO का सहारा राहुल मिश्रा के अनुसार, यह गिरोह फर्जी फ़ार्मे, एनजीओ, महिला, और सामाजिक अभियान की आड़ में फंडिंग जुटाता है। इसके साथ ही नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर अपने को “सरकारी मान्यता प्राप्त” बताता है।

 प्रशासन और सरकार से की सीधी मांग उन्होंने रायपुर पुलिस और राज्य सरकार से मांग की कि इस पूरे नेटवर्क की निष्पक्ष जांच हो और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठगों के खिलाफ फौरन कठोर कार्रवाई की जाए।

“अगर कार्यवाही नहीं हुई, तो यह माफिया पूरे छत्तीसगढ़ को निगल जाएगा ।” – राहुल मिश्रा ने आम जनता से अपील की कि यदि कोई व्यक्ति या संस्था संदिग्ध लगे, तो उसकी जांच करवाएं और झांसे में न आएं ।


“यह जाल जितना दिखता है, उससे कहीं अधिक खतरनाक है। यह चुप्पी नहीं, संघर्ष का समय है।”
— राहुल मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इन दिनों एक ऐसे ठगी नेटवर्क का केंद्र बनता जा रहा है, जो आम लोगों को अपनी चकाचौंध भरी बातों और योजनाओं से फांस कर आर्थिक और मानसिक रूप से तबाह कर रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे जाल के पीछे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त गिरोह सक्रिय हैं, जो कानून से ऊपर खुद को समझते हैं ।

 सपनों का सौदा, मौत का सौदा – इन ठगों द्वारा लोगों को नकली निवेश योजनाएं, रोजगार के फर्जी वादे, कर्ज माफी, और स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर फंसाया जा रहा है। एक बार फंसने के बाद लोगों की पूंजी, संपत्ति और मानसिक शांति छीन ली जाती है ।

पीड़ितों का कहना है कि शिकायत के बाद भी पुलिस कार्यवाही में टालमटोल करती है — क्योंकि कई मामलों में आरोपियों के पीछे स्थानीय राजनीतिक दलों के रसूखदार नेताओं का हाथ है।

चौंकाने वाले खुलासे – हाल ही में हुए एक स्टिंग ऑपरेशन में यह खुलासा हुआ कि इस गिरोह के सदस्य फर्जी NGO, , और महिला सहायता संगठनों के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूलते हैं । एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया, “यह सिर्फ ठगी नहीं है, यह जनता की जिंदगी से खिलवाड़ है। राजनीतिक छाया में पनप रहे ऐसे लोगों के खिलाफ यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पूरे राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है ।” प्रशासन मौन, जनता त्रस्त – जहां एक ओर ठग अपना साम्राज्य बढ़ा रहे हैं, वहीं प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। अब जनता, सामाजिक संगठन और स्वतंत्र पत्रकार मिलकर इस माया जाल को उजागर करने की मुहिम में जुट चुके हैं।


विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव व मनोज मिश्रा ने राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर बैंको के साथ साज-गाठ कर फर्जी लोन दिला कर छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर, महिलाओ, जनसाधारण जनता को कर्ज के दलदल में धकेल कर उन्हें आत्महत्या के लिए प्रेरित करने (उत्तेजित करने) का प्रयास किया जा रहा है । जिनका शोषण राजनीतिक संरक्षण प्राप्त विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव व मनोज मिश्रा से ठगी के शिकार हुए हैं । विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल, आरोही अग्रवाल, अनमोल अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव द्वारा प्रवासी मजदूर, महिलाओं एवं जनसाधारण लोगों को चिन्हित कर उन लोगों को फर्जी लोन दिलाने का काम किया जाता है । इनके द्वारा कई सरकारी बैंकों के साथ साझ-गाठ अनेको लोगो से ठगी की गयी हैं,  सारा काम DSA की अड़ लेकर सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव किया गया हैं । यह ठग गिरोह कम पढ़े-लिखे, मजदूर,महिलाओ का लोन कराकर लोन की राशि को आपने अन्य फर्जी फार्मो मे ट्रांसफर करा लिया करते हैं ।  इन ठग गिरोह के साथ कुछ CA भी हैं जिनके साथ मिल कर फर्जी फॉर्म बनाते है, उन फार्मो के नाम से जीएसटी रजिस्ट्रेशन, गुमास्ता आदि अन्य रजिस्ट्रेशन तैयार कर उनके समस्त दस्तावेज गिरोह के सदस्य नीना अग्रवाल, विजय अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सागर श्रीवास्तव, मनोज मिश्रा व सुधीर गुप्ता अपने पास रखते हैं, यदि कोई जनसाधारण हिम्मत करके थाने में कंप्लेंट करने का कोशिश करता है, तो राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण इस पर किसी प्रकार का कोई भी शिकायत दर्ज नहीं किया जाता हैं ।

महोदय जी विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल ठग गिरोह के साथ कई सरकारी बैंकों के अधिकारी मिले हुए हैं, जिनके माध्यम से यह फर्जी लोन करते हैं, बहुत सारे लोन में उनके द्वारा लोन में जिस संपत्ति का जिक्र किया गया है, सरकारी रोड की जमीन है या खसरे मे जमीन नहीं है, बैंको के अधिकारी द्वारा मिली-भगत होने के कारण बिना जांच-परख लोन किया जाता हैं,  बाद में यह ठग गिरोह अपने अन्य फॉर्म में लोन के राशि को ट्रांसफर करवा लेते हैं और जिन लोगो का लोन कराया गया हैं उनको मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता हैं  है, पीड़ा को भोगने के लिए उनके हाल पर छोड़ देते हैं, जिसकारण कई लोगों ने इन ठग गिरोह के कारण आत्महत्या तक कर लिये है और पूर्व में इन ठग गिरोह के लोगो पर 71 करोड़ की GST चोरी का आरोप लगा था जिसकारण उनके कुछ साथियों को जेल की सजा हुई हैं, साथ ही साथ यह यह ठग गिरोह GST चोरी, हवाला करने का एक ऐसा साधन बना कर रखे हैं, जिस पर यह रायपुर से खाली गाड़ी महाराष्ट्र बॉर्डर तक जाती है और वहां से बिल्टी पर सील-साइन करवा कर खाली गाड़ी ही वापस आती है परंतु राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण RTO द्वारा गाड़ी रोकी नहीं जाती है । इनसे सवाल जवाब करने का हिम्मत करता है, तो महोदय जी यह ठग गिरोह द्वारा जान से मारने व देख लेनी की धमकी दी जाती हैं । पीड़ित पक्ष के पास उनके साथ हुए फर्जी वाले की समस्त दस्तावेज उपस्थित है ।

ठग गिरोह नीना अग्रवाल, विजय अग्रवाल, सुधीर गुप्ता ,सर्वेश पांडे व अन्य द्वारा मुख्यतौर से विधानसभा के सकरी ग्राम जैतखाम के पास सारी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है जहां लगभग 40 से अधिक फार्मो का रजिस्ट्रेशन बताया गया है ।

निम्न बिन्दुओ जिनमे ध्यान देने की अवशकता हैं _

  • विधान सभा के ग्राम सकरी जैतखाम के पास 40 से अधिक फॉर्म का रजिस्ट्रेशन बड़ी भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है ।
  • रोड व सरकारी जमीनों पर बैंक द्वारा बिना जांच के लोन प्रदान करना बैंक के अधिकारीओ के साथ इस ठग गिरोह की साझ-घाट की ओर इशारा करता है ।
  • रायपुर से खाली गाड़ी महाराष्ट्र बॉर्डर तक जाती है, जिसका पता RTO को होने के बाद भी RTO द्वारा गाड़ियों की चेकिंग ना किया जाना RTO अधिकारी के साथ मिली भगत एवं भ्रष्टाचार दर्शाता हैं ।
  • लोन लिए गए व्यक्ति द्वारा एक ही समय में अन्य फॉर्म में पैसा ट्रांसफर किया जाना एवं ट्रांसफर भी ठग गिरोह के अकाउंट में किया जाना यह एक बड़े अपराध को जन्म देने का कारण बन सकता है ।
  • ठग गिरोह के दो सदस्य द्वारा हाई कोर्ट बिलासपुर से एक आर्डर पास कर लिया गया है, उस ऑर्डर पर स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है, कि यदि कोई व्यक्ति द्वारा शिकायत किया जाएगा तो उस पर कार्यवाही की जाएगी परंतु पुलिस प्रशासन में ऐसा क्या भाय (डर) फैला हुआ है, कि उस ऑर्डर के दम पर ठग विजय अग्रवाल हर किसी FIR(शिकायत) करवाने वाले व्यक्ति पर बोलता है, कि मेरे ऊपर कोई भी शिकायत (एफ़आईआर) दर्ज नहीं हो सकती है और पुलिस भी मौन होकर उस ठग विजय अग्रवाल की यह बात को स्वीकार कर लेता है ।
  • कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन भी इस पूरे भ्रष्टाचार में शामिल है, इस कारण इस CBI जांच  करवाई जानी चाहिए ।

“राजनीतिक शह पर पल रहे इन अपराधियों की असलियत उजागर करना समय की मांग है ।” यदि आप भी किसी ऐसे फ्रॉड का शिकार हुए हैं या जानकारी रखते हैं, तो चुप न रहें — आवाज़ उठाएं ।

सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध NSUI का आंदोलन “नशा नहीं शिक्षा और नौकरी दो”

NSUI कवर्धा जिला अध्यक्ष ने कहा :- कि प्रदेश में 10463 स्कूलों का युक्तिकरण: शिक्षा के अधिकार पर हमला है,सरकार ने “युक्तिकरण” के नाम पर 10463 स्कूल एवं कबीरधाम जिला में 375 स्कूल बंद करने की नीति अपनाई है।ये वही सरकार है जो “मोदी गारंटी” में 57000 शिक्षकों की भर्ती की बात कर रही थी।जब शिक्षकों की भर्ती की बात थी तो वादे किए गए, लेकिन अब स्कूलों को ही खत्म किया जा रहा है।यह कदम ग्रामीण, गरीब, आदिवासी और दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों के शिक्षा के अधिकार पर सीधा हमला है।

सवाल यह उठता है कि जब स्कूल ही नहीं रहेंगे तो 57000 शिक्षक कहाँ, कब और क्यों भर्ती किए जाएंगे?57000 पदों पर भर्ती की मांग: मोदी गारंटी को निभाने की चुनौती है, NSUI की स्पष्ट मांग है कि सरकार 57000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा को केवल “चुनावी जुमला” न बनाए।भर्ती प्रक्रिया 2008 के सेटअप के अनुसार पारदर्शी ढंग से और बिना किसी छेड़छाड़ के की जाए।अगर सरकार में इच्छाशक्ति है तो वह इस भर्ती प्रक्रिया को तत्काल प्रारंभ करे।अगर भाजपा सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतरती, तो यह युवाओं के साथ धोखा और विश्वासघात होगा।

NSUI जिला संगठन प्रभारी व महासचिव अमन वर्मा ने कहा :–यह स्पष्ट है कि सरकार की प्राथमिकता शिक्षा नहीं, केवल आंकड़ेबाजी और दिखावा है। साथ ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने कहा था कि आत्मानंद स्कूल के शिक्षकों की जल्द ही नियमित किया जाएगा, नियमितीकरण तो दूर प्रदेश के कई स्कूलों में शिक्षकों को समय पर वेतन तक नहीं मिल रहा है।युक्तिकरण के नाम पर स्कूल बंद करना आरटीई (RTE) कानून का उल्लंघन है,सरकार द्वारा युक्तिकरण के बहाने जो 10000 से अधिक स्कूल बंद किए जा रहे हैं, वह केवल प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि कानूनी और संवैधानिक उल्लंघन भी है।भारतीय संविधान की धारा 21-A और ‘मुफ्त और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 (RTE Act, 2009)’ के तहत “हर बच्चे को 6 से 14 वर्ष की आयु तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना राज्य का दायित्व है।”RTE अधिनियम की धारा 3, 4 और 6 यह स्पष्ट रूप से कहती हैं कि प्रत्येक बच्चे को उसके निकटतम प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश और शिक्षा का अधिकार है।ऐसे में स्कूलों को बंद करना न सिर्फ गरीब और ग्रामीण बच्चों को शिक्षा से वंचित करना है, बल्कि RTE अधिनियम की मूल भावना का उल्लंघन भी है।भाजपा सरकार एक तरफ 67 नए शराब दुकान खोल रही है, 28 एवं 29 मार्च 2025 को नए आबकारी नियम के तहत प्रदेश में एफ.एल. 5 एवं एफ.एल. 5(क)  के तहत प्रतिदिन लाइसेंस उपलब्ध करवाने का काम कर रही है और दूसरी तरफ प्रदेश में 10463 स्कूलों का युक्तिकरण कर बंद कर रही है, प्रदेश के युवाओं को नौकरी के नाम पर सिर्फ और सिर्फ जुमले और खोखले वादे मिल रहे है, ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश की साय सरकार प्रदेश के छात्र एवं युवा वर्ग को शिक्षा व रोजगार के जगह नशे के लिए प्रेरित कर रही है।29 मार्च 2025 को आबकारी विभाग द्वारा जारी पत्र में ये साफ उल्लेखित किया गया है, शादी,फार्म हाउस,इवेंट,कंसर्ट,संगीत,नृत्य कार्यक्रम, नव वर्ष समारोह सहित क्रिकेट मैच तक में शराब परोसने एवं पीने हेतु प्रतिदिन के डर से लाइसेंस प्रदान करने तैयार है, ये भाजपा सरकार की दोहरी नीति स्पष्ट करता है।

NSUI युक्तिकरण जैसे “शिक्षा विरोधी” फैसले का कड़ा विरोध करती है एवं मांग करती है कि युक्तिकरण के फैसले को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से युवा कांग्रेस के जिला महासचिव राहुल सिन्हा,कवर्धा शहर अध्यक्ष मेहुल सत्यवंशी, पिपरिया शहर अध्यक्ष ऋषभ वैष्णव, जिला महासचिव प्रवीण वर्मा, जलेश यादव, तुकेश कौशिक, परसा वर्मा, शिवेंद्र वर्मा,एनएसयूआई ……एवं एनएसयूआई कार्यकर्ता उपस्थित रहे!

दाई-बाबा दिवस” का आयोजन आयुष्मान आरोग्य मंदिर टेमरी में संपन्न हुआ।

आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हेल्थ मेला का आयोजन किया जा रहा है इसी तारतम्य मे बुधवार, दिनांक 4 जून 2025 को आयुष्मान आरोग्य मंदिर टेमरी, विकासखंड धरसीवां, जिला रायपुर में “दाई-बाबा दिवस” हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की विशेष अतिथि माननीय सरपंच श्री देवप्रसाद साहू, उपसरपंच हरिश यादव आदर्श ग्राम पंचायत टेमरी, सेक्टर प्रभारी डॉ. आशीष मेश्राम, दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा बाफना, मितानिन ट्रेनर तथा समस्त मितानिनों की उपस्थित में
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना, सरस्वती वंदना, स्वागत गीत एवं अतिथियों के सम्मान के साथ की गई जिसमें बुजुर्ग दाई- बबा का स्वागत भेंट किया गया, इस अवसर पर स्वास्थ कार्ड जांच शिविर साथ मे दंत रोग विशेषज्ञ द्वारा दांतो की जांच, उपचार एवं परामर्श शिविर का सफल आयोजन हुआ।

राया (RAAYA) लेकर आया महाराष्ट्र का सबसे प्रिय पारंपरिक मेंसवियर अब रायपुर में..

रायपुर से पत्रकार सुनील साहू की रिपोर्ट — 3 जून 2025

पुणे, महाराष्ट्र से शुरू हुआ प्रतिष्ठित भारतीय मेंसवियर ब्रांड RAAYA ने आज रायपुर में अपने सबसे भव्य स्टोर का उद्घाटन किया। यह नया स्टोर पंडरी मेन रोड पर, निरंकारी फ़र्नीचर के बगल में, क्लॉथ मार्केट जंक्शन पर स्थित है और अब रायपुर का नया प्रीमियम डेस्टिनेशन बन गया है लक्ज़री इंडियन एथनिक वियर के लिए।स्टोर का उद्घाटन श्री नागराज जैन (संस्थापक, जयहिंद ग्रुप), निदेशक श्री दिनेश जैन एवं श्री मनुलाल अग्रवाल के कर-कमलों द्वारा किया गया, अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति । RAAYA के युवा संस्थापक श्री प्रेशित जैन अपनी दूरदृष्टि और स्टाइल की समझ के साथ इस ब्रांड को नए आयामों तक ले जाने के मिशन पर हैं — जिसमें परंपरा, शिल्पकला और आधुनिकता का सुंदर समन्वय एक सुलभ मूल्य पर प्रस्तुत किया गया है। RAAYA रायपुर में पारंपरिक परिधान की विविध रेंज को बेहद सोच-समझकर प्रदर्शित किया गया है:कुर्ता, सूट, इंडो-वेस्टर्न, बंधगला और शेरवानी। त्यौहारों से लेकर शादी-ब्याह तक, यह स्टोर पुरुषों के लिए सम्पूर्ण पारंपरिक वार्डरोब समाधान प्रदान करता है, जिसमें बारीकी, फैब्रिक की गुणवत्ता और उत्कृष्टता पर विशेष ध्यान दिया गया है।लॉन्च के अवसर पर श्री प्रेशित जैन ने कहा, “RAAYA वह स्थान है जहाँ विरासत आकांक्षा से मिलती है। रायपुर के साथ हम एक नए और जीवंत अध्याय का स्वागत करते हैं — जहाँ परंपरा को सिर्फ सहेजा नहीं जाता, बल्कि स्टाइल के साथ मनाया भी जाता है।”RAAYA का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है और भारत के पारंपरिक मेंसवियर ब्रांड्स में एक अग्रणी नाम बनना है, जो भव्यता, गरिमा और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ा अनुभव प्रदान करे।स्टोर का पता:पंडरी मेन रोड, निरंकारी फ़र्नीचर के बगल में, क्लॉथ मार्केट जंक्शन, रायपुर