रक्षाबंधन के अवसर पर सेंटपॉल चर्च इंग्लिश मीडियम के छात्राओं ने पुलिस बल को बांधी राखी।

पुलिस बल मित्र रोशना डेविड उड़ान जी॰ए॰ एस॰ सोसायटी व शिक्षिका श्वेता वि ॰ हर्ड फाउंडेशन रायपुर एवं सेंटपॉल चर्च इंग्लिश मीडियम स्कूल रायपुर छत्तीसगढ़ के छात्राओं के द्वारा स्वयं बनाया गया रक्षा सूत्र (राखी) से राज्य में सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं पुलिस बल को अपना भाई मानकर एवं सुरक्षा के उद्देश्य रक्षा सूत्र बंधा गया ।

रक्षा सूत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संतोष कुमार सिंह ए॰ एस॰ पी श्री संदीप मित्तल सिविल लाइन थाना प्रभारी श्री रोहित मालेकर एवं अन्य पुलिसकर्मियों को रक्षा सूत्र बांधकर राखी की शुभकामनाओ के साथ समाज मे बड़ रहे आपराधिक घटनाओ से सुरक्षा प्रदान करने की इच्छा प्रगट किया गया ।

बालोद जिले में स्मार्ट मीटर लगाने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न हुआ।

बालोद(छत्तीसगढ़)/04/08/24
आज छत्तीसगढ़ व किसानों का बड़ा त्यौहार हेरली के दिन इफीसीएंट गोल्बटेक सॉल्यूशन प्रा. लिमी. के द्वारा बालाेद में शीतला मंदिर के पास एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न हुआ।

कार्यशाला में लगभग 40 कर्मचारीयों की उपस्थिती रही जिन्हें अधिकारियों द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही कार्य के दौरान रखने वाली विशेष सावधानियों के बारे में भी बताया गया।

उक्त कार्य में नियुक्त दो कर्मचारियों की एक टीम बनाई गई है, इस प्रकार वर्तमान में 20 टीमें क्षेत्र में कार्य करेगी। भविष्य में कार्य को प्रगति देने के लिये कम्पनी अतिरिक्त कर्मचारीयों की नियुक्ती कर सकती है।

छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार आने के बाद भी सच्चाई लिखने वाले पत्रकारों की कोई सुरक्षा नहीं ।

घटना छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज फिर से पत्रकार के ऊपर जानलेवा हमला किया गया जिससे यह साबित होता है, कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारों को किसी प्रकार की कोई सुरक्षा नहीं है, कांग्रेस द्वारा पत्रकार सुरक्षा भी लाया गया था जो कि सिर्फ खाना पूर्ति कर आम जनता के टैक्स के पैसे को बर्बाद कर एक नये प्रकार का भ्रष्टाचार को जन्म देने के लिए किया था ।
छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट 24 के संपादक इमरान अली इलियास हुसैन के ऊपर रायपुर जो कि छत्तीसगढ़ की राजधानी है वहां जानलेवा हमला किया गया हैं । छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट 24 के संपादक इमरान अली से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि उनके द्वारा आज कांग्रेस पार्टी द्वारा तिरंगे का 70 साल से अपमान करने के ऊपर ज्ञापन जिला डंडाअधिकारी महोदय जी के नाम से दिया गया था इसके बाद से ही उनका फोन करके धमकाया जा रहा था परंतु इलियास हुसैन द्वारा धमकियां को नजर अंदाज करते हुए कल छत्तीसगढ़ में हुए दारू घोटाले के ऊपर कुछ विशेष जानकारी संलग्न कर शिकायत कलेक्टर साहब को देने के लिए शिकायत बनवाने शैलेंद्र नगर स्थित कंप्यूटर लेखक के पास जा रहे थे इस समय तकरीबन 8:30 के आसपास कुछ अज्ञात लोगों द्वारा उनको पहले गाड़ी से गिराया गया साथ ही मारपीट की घटना की गई ।

सर्वे सूची से नाम ही गायब, नही मिली कलेक्टर से भी मदद, अब मुख्यमंत्री से लगाई दिव्यांग शिव कुमार ने गुहार ।

महासमुंद / भलेसर

महासमुंद के भलेसर गांव में रहने वाला शिव कुमार तांडेकर एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है लेकिन मामला आधे गांव के लोगो का है जिनका नाम सर्वे सूची से गायब कर दिया गया गांव के लोगो के साथ शिव कुमार भी अपना गुजारा यू ही चला रहा था लेकिन एक रोड एक्सीडेंट में 8 साल पहले शरीर में चोट आने की वजह से रीड की हड्डी टूट गई और शिव कुमार विल चेयर पर आ गया दो बच्चो का लालन पालन करना अब दुर्भर हो चला है , घर की हालत दिन ब दिन खस्ता होती चली गई ऐसे में शिव कुमार ने कलेक्टर से मदद के लिए चार साल से विल चेयर के सहारे घूम रहा है दिव्यांग होने के बावजूद न सरकारी सुविधाएं प्राप्त कर सका न प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ही प्राप्त हुआ , मामला तब तुल पकड़ा जब शिव कुमार को ये मालूम हुआ की गांव के सर्वे सूची से नाम ही गायब है सवाल यही उठता है की गांव के कई परिवारों के नाम सर्वे सूची से गायब है जिसके वजह से शासन द्वारा चलाए जा रहे तमाम तरह की योजनाओं से कई लोग वंचित हो जा रहे है ऐसे में शिव कुमार ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है ।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या अधिकारियों ने आज तक सुध क्यों नहीं ली , शिव कुमार ने विधायक से भी मुलाकात कर अपनी समस्या बताई इस के बावजूद भी जनप्रतिनिधि ने भी किसी तरह की मदद का आश्वासन नही दिया , ऐसे में अपने घर का भरण पोषण करने में असक्षम शिव कुमार क्या करे , सरकारी दावे की पोल खुलता हुआ दिखाई दे रहा है मामला।

आवास से छूटे लाभार्थियों के लिये मुख्यमंत्री आवास योजना का
लाभ दिया जाना है जिसमे आवास का लक्ष्य आने के बाद गांव गांव में
दिव्यांग, निराश्रित बेसहारा महिलाएं, दैवीय आपदा से प्रभावित लोग , गंभीर बीमारी में पीड़ित वालो को लाभ देने जैसे कार्य है जिसके लिए आवास का सर्वे शुरू होना तय किया गया है , करीब तीन महीने से
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण नए काम और
योजनाओं की घोषणा बंद थी। केन्द्र में नई सरकार की पहली
कैबिनेट बैठक में ही 3 करोड़ आवास जरूरतमंदों को देने की
योजना पर काम शुरू होना तय हुआ है। इस सबके बीच मुख्यमंत्री आवास योजना की घोषणा ने सालों से इंतजार में बैठे जरूरमंदो की आस पूरी कर दी है। दिव्यांग के साथ – साथ ऐसी महिलाएं जिनके पति की मौत हो चुकी है और उम्र 18 से 40 साल के बीच है उनको भी आवास दिए जाएंगे। दैवीय आपदा व गंभीर बीमारी के शिकार परिवारों को भी पात्रता के बाद मुख्यमंत्री आवास योजना में
शामिल किया जाएगा। महासमुंद भलेसर के खंड विकास अधिकारी की
यह जिम्मेदारी बनती है की नए सर्वे सूची का कार्य आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री आवासों की गाइडलाइन सचिवों को बताते हुए
पात्रों को प्रत्येक दशा में योजना से लाभान्वित कराने का निर्देश
दिया जाए और अपात्र लाभार्थियों का संज्ञान ले ताकि शासन द्वारा योजनाओं का लाभ मिल सके और होने वाली असुविधाओं से गरीब गरीबी से जूझ रहे परिवारों को बाहर निकालने में मदद कर सके ।

आम नागरिकों को
सरकार की ओर से चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी
योजनाओं का लाभ सुगमतापूर्वक उन तक पहुंचाने के लिए सर्वे सूची का तैयार करवाना नए सिरे से जरूरी है ।
जिला और प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारी के अलावा जनप्रतिनिधि स्वयं उनके प्रखंडों में आकर योजनाओं से उन्हें लाभान्वित होने के लिए प्रेरित कर सकते है जिस से गांव के अन्य घरों को शासन की योजनाओं के लिए उदासीनता का माहौल न रहे ।
सरकार की जितनी भी योजनाएं लागू होती हैं उसका पूरा-पूरा लाभ आमजनों तक नहीं पहुंच पाता है। अगर पंचायती राज सिस्टम अच्छे से कार्य करेंगे तो ज्यादा से ज्यादा लोग सरकार के द्वारा चलाए जा रहे
विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हो सकेंगे , बात सिर्फ एक गांव के एक शिव कुमार की ही नही है ऐसे कई दिव्यांग , निराश्रित और बेघर घूम रहे कई ऐसे लाभार्थी है जिन्हे आज तक शासन के द्वारा चलाए जा रही योजनाओं का लाभ ही नही मिला है ऐसे ये अधिकारियों की लापरवाही है की अपने काम को सही तरीके से न करने की वजह से गरीब मरने की स्थिति में पहुंच गए है लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई भी नही , शिव कुमार पहले स्वस्थ था , लेकिन एक एक्सीडेंट ने उस से उसकी जिंदगी का सुख छीन लिया , आज वह दिव्यांगो की श्रेणी में आ चुका है , घर की हालत जर्जर हो चुकी है और बारिश के मौसम ने दस्तक देना शुरू कर दिया है ऐसे में यदि कोई अप्रिय घटना घटित हो जाए तो वह क्या करे , घर का गुजारा पत्नी के द्वारा चल रहा है ऐसे में अब शिव कुमार ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है , पोस्ट द्वारा अपनी समस्या मुख्यमंत्री तक भेजी है , ऐसे में देखना यही है की क्या पत्र मुख्यमंत्री तक पहुंचता है भी या नहीं , एक दिव्यांग अपनी बात मुख्यमंत्री तक कैसे पहुंचाए ?

आकाशीय बिजली गिरने से युवक की मौत घर में पसरा मातम ।

घटना सरस्वती नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत है बताया गया कि 9 जुलाई 2024 को युवक किसका नाम जोगिंदर सिंह सोनकर गोगांव बजरंग नगर निवासी हैं वह अपने कुछ मित्रों के साथ क्रिकेट खेलने के लिए गोवा के मैदान जिसका नाम स्थानीय लोग केटला मैदान बताते हैं वहां तकरीबन दोपहर के 2:00 क्रिकेट खेलने के लिए जोगिंदर सिंह सोनकर व उनके उनके मित्र गए थे परंतु वहां सरकारी स्कूल में किसी प्रकार का परीक्षा लिया जा रहा उस दिन मैदान में क्रिकेट नहीं खेलने दिया गया ।

जोगिंदर सिंह व उनके मित्र मैदान से वापस सुयश हॉस्पिटल कोटा मैं क्रिकेट खेलने लगे इसी दौरान दोपहर के लगभग 2:30 बजे के बीच मौसम बदला और जोरो की आंधी तूफान आने लगी उसे आंधी तूफान से बचने के लिए जोगिंदर सिंह सोनकर वह उनके मित्र आंधी तूफान से बचने के लिए सुरक्षित स्थान देखना के लिए जैसे ही मैदान छोड़कर आगे बढ़े तभी बारिश के साथ तेज आकाशीय बिजली जोगिंदरसिंह सोनकर के ऊपर गीरी जिससे जोगिंदरसिंह सोनकर की मके पर मृत्यु हो गई एवं उनके एक मित्र को हल्की चोट आई है । आकाशीय बिजली गिरने के बाद उनके मित्रों द्वारा 112में कॉल पुलिस को बुलाया गया पुलिस द्वारा एंबुलेंस बुलाया गया एंबुलेंस आने पर जोगिंदर सिंह सोनकर की बॉडी को एम्स हॉस्पिटल रायपुर ले जाया गया जहां डॉक्टर जोगिंदरसिंह सोनकर को मृत्यु घोषित कर दीया । दूसरे दिन जोगिंदर सिंह सोनकर के परिवार सरस्वती नगर थाने गए पुलिस के पंचनामे केबाद जोगिंदरसिंह सोनकर के बॉडी का पोस्टमार्टम किया गया और मृत्यु शरीर को परिजनों के हवाले सपोर्ट कर दिया गया ।

जोगिंदर सिंह सोनकर के परिवार में दूसरे दिन मातम पसरा रहा इसी बीच जोगिंदरसिंह सोनकर के बड़े भाई सुरेंद्र कुमार सोनकर जो की लोक सेवा केंद्र संचालित करते हैं उन्होंने मीडिया के सामने आकर एक महत्वपूर्ण जानकारी दी जिसमें उन्होंने बताया कि यदि किसी प्रकार का कोई प्राकृतिक आपदा से कोई आहत होता है या उसकी मिट्टी हो जाती है तो सरकार द्वारा मृत के परिजन को शाशन द्वारा चार लाख तक का आर्थिक मदद किया जाता है ।

सुरेंद्र कुमार सोनकर जी का कहना था कि जो बिपदा उन पर आई है यदि किसी अन्य व्यक्ति पर आती है तो उन्हें सरकार द्वारा पहुंचा जा रहे सेवा की जानकारी होनी चाहिए ।

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