घटना धमतरी जिले के चटौद ग्राम स्थित सरकारी स्कूल का है, जहां सरकारी स्कूल होने के बावजूद सरकारी स्कूल व सरकारी जमीन पर प्राइवेट संस्थानों ने कब्जा कर प्राइवेट स्कूल खोला है ।
सरकारी स्कूल में निशुल्क में शिक्षा दी जानी चाहिए वहीं सरकार से मिली भगत कर कुछ दलालों व राजनेताओ ने प्राइवेट संस्थानों को अनुमति दी है जिससे कि इन दलालों एवं वहां के स्थानीय राजनेताओं को निरंतर रूप से आमदनी हो इस भ्रष्टाचार पर जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर विधायक भी लिप्त है ।
जानकारी ऐसी भी है, कि शासकीय प्राथमिक शाला चटौद के नाम से आवंटित जमीन पर कुछ दलाल वहां कब्जा कर फसल की पैदावार कर उसे बेच रहे हैं और जिसका फायदा केवल दलाल ले रहे हैं जबकि उन पैसो का उपयोग शासकीय प्राथमिक शाला चटौद के रखरखाव मे होना था परंतु फसल के पैदावार से अर्जित धन को दलालो व राजनेता द्वारा आपने निजी उपयोग मे किया जा रहा है, यह शासन, प्रशासन, शिक्षा विभाग की सबसे बड़ी लापरवाही है, की आज वर्तमान समय में सब चीज हाईटेक होने के बाद भी प्रशासन कागजी कार्यवाही पर भरोसा करता है । जिसका फायदा यह राजनेता और दलाल उठाते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि यह पूरे मामले में निर्वाचन आयोग भी पीछे नहीं रहा निर्वाचन आयोग के अधिकारी भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं ।
निर्वाचन आयोग द्वारा हर चुनाव में चटौद के शासकीय प्राथमिक शाला चटौद का इस्तेमाल किया जाता है, जो की सरकारी है और उस शासकीय प्राथमिक शाला चटौद को जो कि 1986 मे निमार्ण हुआ हैं, जिसकी कोई मरमत रखरखाव नही किया गया उसे निर्वाचन आयोग रेडी टू फिट कंडीशन में बात कर वहां मतदान भी कराया जाता है जबकि शासकीय प्राथमिक शाला चटौद की स्थिति जर्जर हो चुकी है शासकीय प्राथमिक शाला चटौद की छत कभी भी गिर सकता है पर प्राइवेट संस्थानों से घूस लेकर निर्वाचन आयोग के अधिकारी रेडी टू फिट कंडीशन बता कर वहां पर चुनाव भी करवाते हैं ।
शासकीय प्राथमिक शाला चटौद के क्षेत्र अंतर्गत सरकार द्वारा राजीव गांधी भवन का निर्माण करवाया गया जो की आज शाला क्षेत्र के अंतर्गत नशेड़ियों व शराबियों के लिये एक अड्डा बना हुआ है, जिस पर वहां के स्थानीय थाना एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जाती है ।
राजीव गांधी भवन के अंदर नशेड़ी,शराबी शराब पीकर बोतल फोड़कर वहीं चले जाते हैं जहां कांच के टुकड़े अत्यधिक मात्रा में बिखरे हुये हैं और उसी जगह पर स्कूल के सभी बच्चे लंच टाइम पर खेल-कूद करते हैं यदि कल को कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन होगा ।
राज्य सरकार, जिला दंडाधिकारी धमतरी, जिला शिक्षा अधिकारी एवं निर्वाचन के अधिकारियों को शिकायत की गयी है परंतु किसी के द्वारा कोई भी कार्यवाही आज दिनांक तक कब्जे वाली जमीन एवं कब्जे किये गये स्कूल के जमीन के लिए किसी प्रकार की कोई कार्यवाही कोई भी अधिकारी, राजनेता ने आज तक नहीं किया है ।
क्यूकि जिला दंडाधिकारी धमतरी, जिला शिक्षा अधिकारी एवं निर्वाचन के अधिकारियों सब कही न कही भ्रष्टाचार मे शामिल हैं ।