सीरत कमेटी के सदर पद पर सोहेल सेठी. पत्रकार इलियास हुसैन (इमरान )

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शहर सीरतुन्नबी कमेटी(सदर चुनाव 2025)कल दिनांक 20/04/2025 को सीरत कम्युनिटी का बेहद अहम चुनाव होने जा रहा है।वोटिंग का समय: सुबह 9:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक रहेगा।आप सभी सदस्य से गुज़ारिश है कि अपना सीरत कम्युनिटी का मेम्बर कार्ड साथ लेकर आएं, बिना कार्ड के वोट डालने की अनुमति नहीं होगी।यह सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि हमारी सीरत कम्युनिटी के बेहतर भविष्य का फैसला है!आपका अपना भाई,मोहम्मद सोहेल सेठी(चुनाव चिन्ह – खजूर का पेड़)आप सब से दिल से दरख्वास्त है कि खजूर के पेड़ पर अपना कीमती वोट देकर मुझ पर अपना भरोसा जताएं और दुआओं से नवाज़ें।चलो मिलकर बनाएं अपनी कम्युनिटी को और मजबूत!आपका अपना,मोहम्मद सोहेल सेठीमो. 9425503792

सीरत कमेटी के सदर पद सोहेल सेठी बदलेंगे सीरत कमेटी की सीरत और सूरत’- पत्रकार इलियास हुसैन (इमरान )

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राजधानी रायपुर में इन दिनों सीरत कमेटी के आगामी चुनाव को लेकर जबरदस्त माहौल बना हुआ है। मुस्लिम समुदाय के बीच यह चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह सिर्फ एक पद नहीं बल्कि समुदाय के विकास, नेतृत्व और भविष्य को दिशा देने वाला चुनाव होता है। इस बार सदर पद के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन इनमें सबसे अधिक चर्चा शहर के नामी बिजनेसमैन और समाजसेवी सोहैल सेठी की हो रही है, जिन्होंने हाल ही में अपना नामांकन दाखिल किया है।सोहैल सेठी कोई नया नाम नहीं हैं। रायपुर शहर की गली-गली में उनकी पहचान एक सफल व्यवसायी के साथ-साथ एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में है। उन्होंने बीते कई वर्षों में ना सिर्फ व्यापार में अपना नाम बनाया है, बल्कि समाज के जरूरतमंद वर्गों के लिए कई योजनाएं और सहायता अभियान चलाकर लोगों के दिलों में जगह बनाई है।मुस्लिम युवाओं के बीच सोहैल सेठी की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। स्थानीय युवाओं का मानना है कि अब तक जितने भी सदर बने हैं, उन्होंने समुदाय की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास जरूर किया, लेकिन व्यापक बदलाव नहीं ला सके। “अब समय है कि हम ऐसे नेतृत्व को चुनें जो केवल पद के लिए नहीं, बल्कि कौम के लिए काम करे,” पत्रकार इलियास हुसैन (इमरान) से संवादाता के पूछने पर बताया की सोहैल सेठी में वह काबिलियत और सोच है जो सीरत कमेटी की ‘सीरत और सूरत’ दोनों बदल सकती है।सोहैल सेठी के समर्थकों का दावा है कि वे बीते वर्षों में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चला चुके हैं। उन्होंने स्किल डिवेलपमेंट, स्वरोजगार, और एजुकेशन जैसे क्षेत्रों में युवा मुस्लिमों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।सोहैल सेठी की सोच आधुनिक है, लेकिन वे अपने समुदाय की धार्मिक और सामाजिक मूल्यों के प्रति भी पूरी तरह समर्पित हैं। उन्होंने कहा, “सीरत कमेटी केवल एक संस्था नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। ये जिम्मेदारी है हमारे बुज़ुर्गों के आदर्शों को निभाने की और युवाओं के सपनों को साकार करने की।”मुस्लिम समुदाय के बुजुर्ग भी इस बार बदलाव के पक्ष में नज़र आ रहे हैं। उनका कहना है कि सोहैल सेठी जैसे पढ़े-लिखे और दूरदर्शी सोच वाले व्यक्ति का नेतृत्व समुदाय को एक नई दिशा दे सकता है। वहीं महिलाएं भी उनके काम से प्रभावित नज़र आती हैं। “सोहैल भाई ने हर वर्ग के लोगों की सुनवाई की है। हमें भरोसा है कि वे महिलाओं और बच्चियों के लिए भी खास योजनाएं लाएंगे,” एक महिला मतदाता ने कहा।रायपुर की सीरत कमेटी के चुनाव को लेकर यह साफ हो चुका है कि इस बार मुकाबला सिर्फ चेहरों का नहीं, बल्कि सोच का भी है। जहां कुछ उम्मीदवार परंपरागत तरीके से प्रचार में जुटे हैं, वहीं सोहैल सेठी का फोकस संवाद, मुद्दों और योजनाओं पर है।चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सोहैल सेठी की सक्रियता और जनसमर्थन बढ़ता दिख रहा है। अगर यह लहर इसी तरह जारी रही, तो ऐसा माना जा रहा है कि रायपुर की सीरत कमेटी को इस बार एक ऐसा नेतृत्व मिलेगा जो वाकई बदलाव की शुरुआत कर सकता है।

शहर सिरतुन्नबी कमेटी द्वारा जारी 500 रुपय सदस्यता शुल्क पर आपत्ति दर्ज?

रायपुर छत्तीसगढ़ :- रायपुर शहर सिरत कमेटी के अध्यक्ष पद हेतु चुनाव का अधिसूचना जारी किया गया है जिसमें चुनाव में मतदान का अधिकार पाने के लिए सदस्य बनना अनिवार्य है जिसका शुल्क 500 रुपय प्रति व्यक्ति लिया जा रहा है इस प्रक्रिया पर बैजनाथ पारा के कुछ लोगो द्वारा शहर सिरतुन्नबी कमेटी मे लिखित आपत्ति दर्ज की गई है कि इस प्रक्रिया में एक आम व्यक्ति जो मुस्लिम समाज से तो है लेकिन आपके द्वारा आयोजित चुनाव में मेंबर बनने का शुल्क 500 देने योग्य नहीं है तो वह चुनाव में अपने मत का अधिकार का उपयोग करने में अयोग्य हो जाएगा जो उस व्यक्ती के साथ अन्याय है मुस्लिम समाज की स्तिथि परिस्थिति इतनी मजबूत नहीं की हर व्यक्ती आपके द्वारा लगाए शुल्क को जमा करने में सक्षम हो अगर आप चुनाव प्रक्रिया में होने वाले खर्च के लिए इस शुल्क को लागू किए है तो हमारी तरफ से आपको यह सुझाव व निवेदन है की जो भी उम्मीदवार चुनाव लड़ना चाहता है आप उससे चुनाव फार्म का शुल्क 25000 / पच्चीस हज़ार तक ले सकते जिससे चुनाव प्रक्रिया में होने वाले खर्च को निकालने में आसानी हो और मतदाता पर इसका बोझ ना आएमतदाताओं पर 500 रुपया शुल्क लागू करने से एक आशंका यह भी है चुनाव प्रकिया को कुछ रसूखदार उम्मीदवार जो पैसों से मजबूत है आपने खास लोगों को आपके द्वारा जारी चुनाव मेंबर शुल्क 500 रुपया जमा करके मेंबर बनाएंगे और अपने पक्ष में वोट करवाएंगे जिससे चुनाव निष्पक्ष नहीं होगा प्रभावित होगा और समाज में इसका अच्छा समाचार नहीं जाएगा आप सभी फाउंडर मेंबर्स से निवेदन है इस प्रक्रिया पर विचार विमर्श करके समाज को अलग साफ सुथरी चुनाव प्रणाली दे और मुस्लिम समाज की छवि को बनाए रखने में सहयोग करें।

RHS छत्तीसगढ़ हुसैनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नेहाल खान बने

विषय: RHS छत्तीसगढ़ हुसैनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नेहाल खान बने
राष्ट्रीय हुसैनी सेना के सरपरस्त नईम अशरफी रिजवी, राष्ट्रीय अध्यक्ष राहिल रउफ़ी राष्ट्रीय महासचिव रफीक गोठिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैयद कय्यूम अली, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व छत्तीसगढ़ प्रभारी शेख अमीन,राष्ट्रीय सचिव मो अजहर, राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी सैयद नवेद अशरफ की उपस्थिति में आज छत्तीसगढ़ हुसैनी सेना के प्रदेश संयोजक एजाज कुरैशी को बनाया गया, व प्रदेश अध्यक्ष पद पर डॉ नेहाल खान को नियुक्त किया गया और उन्हें 1 महीने के अंदर प्रदेश दौरा कर प्रदेश की कार्यकारणी घोषित करने कहा गया है, साथ ही रायपुर जिला का अध्यक्ष आमिर खान (कालू) जनाब को बनाया गया , रायपुर महानगर कार्यकारी अध्यक्ष मो अशफाक खान को बनाया गया, रायपुर उत्तर विधानसभा अध्यक्ष शेख इसरारुद्दीन को बनाया गया है इन्हें भी 1 माह के अंदर अपनी कार्यकारणी घोषित करने निर्देशित किया गया है
सैयद नवेद अशरफ
राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी

आसिफ मेमन ने रमण मंदिर वार्ड क्र.14 से पेश की दावेदारी, मिल रहा मोहल्ले का पूर्ण समर्थन.

राजधानी रायपुर का जाना माना चेहरा आसिफ मेमन जिन्हेंने रमण मंदिर वार्ड क्र.14 से कांग्रेस पार्टी के पार्षद प्रत्याशी बनाए जाने हेतु प्रबल दावेदारी पेश की है। उन्होंने अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते हुए कहा है कि उन्हें मोहल्ले वासियों का भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आसिफ मेमन उनकी समस्याओं को भलीभांति समझते हैं और उनके समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उनके कार्यों और सक्रियता के चलते वार्डवासी उन्हें इस बार का प्रबल प्रत्याशी मान रहे है।