राजधानी रायपुर के वॉर्ड 29 गुरुगोविंद सिंह से कांग्रेस पार्टी के सजमन बाघ की पार्षद प्रत्याशी के लिए प्रबल दावेदारी, स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर प्राथमिकता के साथ साथ वार्डवासियों के मूलभूत समस्याओं को पूर्ण रूप से हल कर राहत दिलाने की बात

रायपुर । छत्तीसगढ़ में होने जा रहे नगरीय निकाय चुनावों में अब राजनैतिक पार्टी के नेताओं द्वारा अब दावेदारों ने अपने अपने वार्डों में ताल ठोंकने की शुरुआत कर दी है। हर वार्ड के सक्रिय नेताओं ने होने जा रहे चुनाव में अब वार्ड भ्रमण करने और जनता के बीच जाकर श्रेत्र में स्थानीय निवासियों को मूलभूत सुविधाओं को उनतक पहुंचाने का संकल्प भी ले रहे हैं ।

इसी कड़ी में वार्ड नंबर 29 गुरु गोविंद सिंह वार्ड से कांग्रेस नेता सजमन बाघ पार्टी से पार्षद प्रत्याशी के लिए अपनी दावेदारी करने जा रहे हैं । सजमन बाघ कांग्रेस पार्टी से काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं और पद में भी रह चुके हैं। सजमन बाघ यूथ कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं तथा कांग्रेस पार्टी में एक सक्रिय राजनीति के लिए जाने जाते हैं।
कांग्रेस पार्टी से दावेदारी कर रहे सजमन बाघ ने बताया कि वार्डवासी कई सारी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिसमें नल जल योजना के तहत् आज भी कई जगह पानी की समस्या बनी हुई है और जो जो छूट चुके हैं उन्हें पूरा करने का काम उनके द्वारा किया जाएगा । नाली के निस्तारीकरण को लेकर भी कांग्रेस प्रत्याशी सजमन बाघ ने बताया कि जहां जहां ये समस्याएं हैं उन्हें गंभीरतापूर्वक लेते हुए इस समस्या से भी वार्डवासियों को निजात दिलाने का काम किया जाएगा।

सजमन ने बताया कि पूर्व में भी पार्षद मिलिंद गौतम के साथ वार्ड में कामकाज उनके द्वारा देखा जाता था और जो भी दायित्व उन्हें मिलता था उसे पूरा करने की कोशिश हमेशा रही और आगे भी वार्डवासियों की समस्याओं को सुलझाने का काम उनके द्वारा किया जाएगा । इन्होंने यह भी बताया कि अगर उन्हें इस बार पार्टी मौका देती है तो स्वास्थ्य, शिक्षा क्षेत्र को मुख्य प्राथमिकता दी जाएगी ।

सजमन बाग की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो उनके द्वारा उत्कल समाज के प्रति पार्टी को मजबूत करने निरन्तर कार्य किया गया है तथा 2006-2007 से ही यूथ कांग्रेस में अपनी भागीदारी निभाते आ रहे हैं । 2013 में युवा कांग्रेस से प्रदेश सचिव भी निर्वाचित रहे है और 2015 में युवा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके है। इस तरह जो भी दायित्व पार्टी ने उन्हें सौंपा उसे पूरी निष्ठा के साथ अपना कर्तव्य को निभाया और पूरा किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार मनोज पाण्डेय को देदी बड़ी राहत, भ्रष्टाचारियों की उड़ी नींद ।

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से संचालित साप्ताहिक बुलंद छत्तीसगढ़ एवं दैनिक समाचार पत्र बुलंद मीडिया के संपादक मनोज पाण्डेय को माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अग्रिम जमानत देते हुए झूठे जातिगत अपशब्द वाले आरोप के प्रकरण में बड़ी राहत दी है। मामले का संक्षिप्त विवरण यह है कि पिछले 10 से 15 वर्षों मे अलग-अलग राज्य सरकार के अंतर्गत किए गए निर्माण कार्य मे भीषण अनियमितता को अपने साप्ताहिक समाचार पत्र में मनोज पाण्डेय के द्वारा उजागर किया गया था। जिसके एवज मे माह अप्रैल 2023 की घटना बताते हुए, घटना के लगभग 7 माह पश्चात झूठ तथा निचली जाति के एक कर्मी को गाली गलौज करने के संबंध मे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की गई थी जिसको लेकर मनोज पाण्डेय की अग्रिम जमानत याचिका माह अगस्त 2024 को माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ के द्वारा खारिज की गई थी। उच्च न्यायालय के द्वारा आदेश मे यह उल्लेखित किया गया था कि अभियुक्त पाण्डेय के विरुद्ध कुछ अन्य मामले भी दर्ज हुए है तथा इसके अतिरिक्त एक संपादक के रूप मे उनकी भूमिका संदिग्ध है । पाण्डेय ने उक्त आदेश को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अभिनव श्रीवास्तव के द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट मे चुनौती देते हुए एक स्पेशल लीव पिटिशन दायर किया तथा यह गुहार लगाई कि इस मामले मे अभियुक्त को एक ईमानदार और कर्मठ पत्रकार होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। याचिका मे यह भी कहा गया कि चूंकि मामला अनुसूचित जाति तथा जनजाति के एक कर्मी के विरुद्ध किए गए अपशब्दों के प्रयोग से संबंधित है। अपितु इस मामले की शिकायत एक सामान्य वर्ग के ठेकेदार के द्वारा की गई है। इसके अलावा मामले को सोच समझकर 7 माह पश्चात एक प्रथम सूचना रिपोर्ट का रूप दिया गया है ताकि याचिकाकर्ता मानसिक रूप से दबाव मे आकर अपनी ईमानदार और कर्मठ पत्रकारिता से पीछे हट जाए और किसी भी प्रकार की अनियमित गतिविधियों को उजागर ना करें ।
माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की पहली सुनवाई के दिन ही याचिककर्ता को अग्रिम जमानत की अंतरिम राहत दे दी थी किन्तु पिछले गुरुवार को इस मामले की फाइनल सुनवाई की जिसमे याचिकाकर्ता के उपरोक्त सभी न्याय संगत कथनों को आगे रखते हुए उनके अधिवक्ता अभिनव श्रीवास्तव ने बताया कि अभियुक्त के ऊपर दर्ज किया गया प्रथम सूचना रिपोर्ट सिर्फ उनकी ईमानदारी के साथ पत्रकारिता के गतिविधियों का ही परिणाम है जिसके कारण इनके उपर लगातार दबाव बनाया गया और घटना दिनांक के 7 महीने बाद द्वेषपूर्ण तरीके से दबाव बनाकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की गई । सभी पक्षों को सुनने के पश्चात माननीय सुप्रीम कोर्ट ने प्रकरण की परिस्थिति तथा मामले की प्रवृति को देखकर याचिकाकर्ता मनोज पाण्डेय को पूर्णत: अग्रिम जमानत प्रदान किया ।

पत्रकार मनोज पांडे जी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक बड़ा राहत दिया गया पर ?

साथ ही एक बात और कहूंगा कि पैसा कितना भी बलवान है शिक्षा के सामने टिक नहीं सकता ।

‎बरमकेला : समिति के खातों से निकाले लाखों रुपए, अपेक्स बैंक बरमकेला में गबन ।


‎• बैंक मैनेजर ने सुनियोजित तरीके से आईएमपीएस के जरिए निकलवाई रकम, पांच कर्मचारी बर्खास्त, सिक्योरिटी गार्ड्स से करवा रहे थे वित्तीय कार्य…

‎सारंगढ़-बिलाईगढ़ । जिले में स्थित अपेक्स बैंक की बरमकेला ब्रांच में लाखों रुपए की हेराफेरी का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें पांच आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही अपेक्स बैंक के एक लिपिक को भी सस्पेंड कर दिया गया है। अपेक्स बैंक अब मामले को दबा रहा है क्योंकि ब्रांच मैनेजर दिगम्बर बाघमारे की संलिप्तता भी सामने आई है। सहकारी समितियों की वित्तीय कमान संभालने वाले अपेक्स बैंक ने खुद ही बैंक एकाउंट में डाका डाला है। पहले तो आउटसोर्स कर्मचारियों की गलत तरीके से भर्ती करवाई। फिर इनको वित्तीय कार्य में भी लगाया।

‎अपेक्स बैंक बरमकेला में बड़े गबन का खुलासा : बरमकेला अपेक्स बैंक ब्रांच में बहुत सनसनीखेज मामला सामने आया है। अपेक्स बैंक के मैनेजर, लिपिक समेत अन्य कर्मचारियों ने यहां आर्थिक अनियमितता का ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है कि इसकी मिसाल कहीं और देखने को नहीं मिलेगी।

‎मिली जानकारी के मुताबिक साल्हेबोना, पंचधार, बोंदा, समितियों के एकाउंट से राशि आईएमपीएस के जरिए अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर ली। डीएमआर खातों में नियम विपरीत एवं संदिग्ध ट्रांजेक्शन व नकद आहरण करने, समिति के केसीसी खातों को अनाधिकृत रूप से नामे कर राशि अंतरण किया गया है। शाखा प्रबंधक डीआर बाघमारे, लेखाधिकारी मीनाक्षी मांझी और लिपिक आशीष पटेल की संलिप्तता पाई गई है।

‎लेखाधिकारी की अनुपस्थिति में ब्रांच मैनेजर बाघमारे ने सुनियोजित तरीके से उसकी आई डी से गबन कराया गया है। आशीष पटेल को तुरंत सस्पेंड किया गया। इसके बाद ब्रांच में काम कर रहे प्राइवेट एजेंसी के आउट सोर्स कर्मचारी भी हटाए गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक सीडीओ सिक्योरिटीज एंड पब्लिक हेल्पलाइन सर्विस ने बरमकेला ब्रांच में पांच कर्मचारी भेजे थे। इसमें से लिकेश बैरागी डाटा एंट्री ऑपरेटर, रमाकांत श्रीवास डाटा एंट्री ऑपरेटर, अरुण चंद्राकर सिक्योरिटी गार्ड, खीरदास महंत सिक्योरिटी गार्ड और संजीव मानिकपुरी सिक्योरिटी गार्ड है। इन पांचों की सेवा समाप्त कर दी गई है।

‎अपेक्स बैंक कई सालों से सहकारी समितियों का खून चूसने में लगा है। इसके अधिकारियों व कर्मचारियों ने समितियों को अवैध कमाई का जरिया बना लिया है। बरमकेला ब्रांच में तो हद ही हो गई है। 4 एवं 5 नवंबर को करोड़ों रुपयों के संदिग्ध ट्रांजेक्शन किए गए। जिसकी जानकारी मुख्यालय को मिलने पर तत्काल जांच की गई। इसमें आर्थिक अनियमितता सामने आ गई। 8 नवंबर को देर रात अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक केएन कांडे लिपिक आशीष पटेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह राशि करोड़ों में होने का अनुमान है। यह भी सवाल उठे हैं कि एक ही ब्रांच में तीन-चार सिक्योरिटी गार्ड्स की भर्ती कैसे की गई। उनको वित्तीय कार्य कैसे दिए गए। जबकि आउटसोर्स कर्मचारियों को बैंक के वित्तीय कार्यों में उपयोग नहीं किया जा सकता।

‎रायगढ़ ब्रांच से है कनेक्शन : अपेक्स बैंंक बरमकेला ब्रांच में इतना बड़ा कांड सामने आने के बाद से बैंक प्रबंधन अपनी साख बचाने में लगा हुआ है। समितियों के एकाउंट से लंबे समय से गबन का खेल चल रहा है। बरमकेला और सारंगढ़ ब्रांच अभी भी रायगढ़ मुख्य ब्रांच से नियंत्रित होता है। प्रारंभिक जांच में 50 लाख रुपए का गबन प्रमाणित हुआ है। ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज कराई जाती है। लाखों-करोड़ों के गबन के इस मामले में अपेक्स बैंक में सन्नाटा पसरा है। मामले को दबाने का प्रयास हो रहा है।

33 वीं अखिल भारतीय जीवी मावलंकर केरल तिरुवनंतपुरम में शूटिंग में छत्तीसगढ़ के इतिहास में पदक ।

33 वीं अखिल भारतीय जीवी मावलंकर केरल तिरुवनंतपुरम में शूटिंग में अहमद अली चिश्तीने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया।

अहमद अली चिस्ती को छत्तीसगढ़ के इतिहास में पदक पहली बार मिला, अखिल भारतीय स्टार पे उक्त श्रेणी का पहला मैडल है ।

रायपुर,केरल के तिरुवनंतपुरम 33वीं अखिल भारतीय जीवी मावलंकर शूटिंग चैंपियनशिप 3 से 9 नवंबर, शूटिंग रेंज प्रतियोगिता आयोजित की गईं . इस प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के तत्वावधान में और केरल राज्य राइफल एसोसिएशन द्वारा किया गया था . यह प्रतियोगिता एनआरएआई मैच बुक के नियमों और विनियमों के मुताबिक आयोजित की गईंजिसमे छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले निशानेबाज अहमद अली चिश्ती जो की खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम बलौदा बाजार में शासकीय कर्मचारी हैँ इन्होने 50 मीटर ओपन साइट प्रोन प्रतियोगिता में भाग लेकर मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए अहमद अली ने रजत बादक पे निशाना साधा .आप को बता दे कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह अखिल भारतीय स्टार पे उक्त श्रेणी का पहला मैडल है जो की अहमद ने छत्तीसगढ़ के लिए लाया है अहमद ने 5 नवंबर को यह मैच खेलकर सफ़लता हासिल की।फ़ोन पे हुए साक्षात्कार में अहमद अली चिस्ती ने बताया कि इस सफलता के पीछे मित्रो के अलावा अपने जिला प्रबंधक नितिन दिवान के सहयोग को भी अपनी सफलता का श्रेय दिया।

थाना प्रभारी पण्डरी को (IG) अमरेश कुमार मिश्रा द्वारा तत्काल निलंबित ।

रायपुर रेंज (IG) अमरेश कुमार मिश्रा ने आज एक प्रकरण में बरती गई लापरवाही के चलते मोवा थाना प्रभारी (TI) को निलंबित कर दिया है । यह मामला विधानसभा थाना क्षेत्र में हुई चोरी से जुड़ा हुआ है, जिसका मशरूका पंडरी थाना क्षेत्र से जप्त किया गया था। आईजी ने अपने आदेश में लिखा कि थाना पण्डरी में चोरी के आरोपियों से मशरूका जप्त किया गया, परन्तु विधानसभा थाना क्षेत्र के प्रकरण में जप्त सामाग्री के संबंध में न तो संबंधित थाने को सूचित किया गया और न ही प्रकरण में विधिसंगत कार्यवाही की गई ।
इस प्रकार प्रकरण में बरती गई लापरवाही के फलस्वरूप निरीक्षक मल्लिका बैनर्जी, थाना प्रभारी पण्डरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केन्द्र रायपुर संबद्ध किया जाता है । निलंबन के दौरान नियमानुसार निर्वाह भत्ता देय होगा ।

पुलिस विभाग द्वारा आज पंडरी थाना प्रभारी को निलंबित किया गया क्योंकि उन्होंने दूसरे थाना अंतर्गत क्षेत्र में किए गये वाहन चोरी के शिकायत पर जप्त वहां को विधानसभा थाने में सूचित ना करते हुये किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की क्यूकी इसमे थाना प्रभारी पंडरी का निजी स्वार्थ था ।

परंतु रायपुर रेंज (IG) अमरेश कुमार मिश्रा सवाल उठता बनता है, कि जब किसी महिला के साथ रात में 1:00 घर में घुसकर बदतमीजी की जाती है, जो पुलिस अपने आप को यह बताती है, कि यह महिलाओं की सेवा और सुरक्षा में 24 घंटे तत्पर रहते हैं उनके उन पुलिस द्वारा थाना कवि नगर में महिला के किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं लिखी जाती है, परंतु दूसरे व्यक्ति द्वारा थाने में एक शिकायत दर्ज की जाती है — जिस कारण उन महिलाओं को सुबह 7:00 से लाकर रात को 11:00 बजे तक कबीर नगर थाना प्रभारी दीपेश जायसवाल द्वारा बैठक पूछताछ किया जाता है जिस पर उन महिलाओं का किसी प्रकार का कोई दोष नहीं है । उन महिलाओं के द्वारा ही शिकायत पर व्यक्ति को रायपुर तक लाने में पुलिस विभाग की मदद की जाती है परंतु पुलिस विभाग महिलाओं पर होने वाले अत्याचार पर किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं लिखता है ।