रायपुर पुलिस द्वारा #निजात अभियान के तहत नशे के विरूद्ध विशेष अभियान

रायपुर पुलिस द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री @santoshsinghips के दिशा निर्देश पर रायपुर पुलिस द्वारा #निजात अभियान के तहत नशे के विरूद्ध विशेष अभियान में थाना गोलबाजार क्षेत्रांतर्गत जयस्तंभ चैक के पास मयूरा होटल के बाजू स्थित राज पान पैलेस में प्रतिबंधित हुक्का से संबंधित सामग्रियों की बिक्री करते पान दुकान के संचालक अशोक कुमार मंधानी तथा अनुराग मंधानी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रूपये कीमत के प्रतिबंधित हुक्का पाॅट, पाईप, नोजल, कोल, विभिन्न प्रकार के फ्लेवर तथा हुक्का से संबंधित अन्य सामाग्री जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध थाना गोलबाजार में सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन प्रदाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम 2003 एवं संशोधन अधिनियम 2023 के तहत् अग्रिम कार्यवाही की जा रहीं है।#raipurpolice #raipur

आदिवासी युवक की हत्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता व कांग्रेस का हाथ पिता ने लगाया गंभीर आरोप

रायपुर ब्रेकिंग न्यूज /  आदिवासी युवक की हत्या को आत्महत्या का रूप देने के मामले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हाथ होना व हत्या करना बताया गया ,मालूम हो कि विगत वर्ष अप्रैल 2023 को 17 साल के आदिवासी नाबालिग लड़के की लाश एक पेड़ से लटकता हुआ मिलता है जिसे शिकायत/ सूचना पर बस्तर के नरहरपुर अंतर्गत मासूलपानी पुलिस लाश बरामद करती है जिसे आत्महत्या समझ मामले को बंद कर दिया जाता है जबकि पीड़ित पिता द्वारा बार-बार कहते आ रहे हैं कि मेरे बेटे को मारकर आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है पुलिस ने पीड़ित पिता की एक नहीं सुनी ,  पीड़ित पिता न्याय पाने दर- दर भटकता रहा आज पीड़ित पिता गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के रायपुर संभाग अध्यक्ष फरीद कुरैशी को ज्ञापन सौंपकर अपने पुत्र की हत्या को लेकर न्याय दिलाने की मांग की गई पीड़ित पिता ने बताया कि मेरे पुत्र कि हत्या में सक्रिय कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हाथ है इन्होंने ने ही मेरे पुत्र कि हत्या की है और कांग्रेस शासनकाल में कांग्रेस का संरक्षण पाते हुए हत्या को आत्महत्या दिखाते हुए हत्या के मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं ली है ज्ञात हो कि नरहरपुर थानांतर्गत मासूलपानी में विगत वर्ष आदिवासी युवक 17 वर्षीय खिलेश्वर कोडोपी पिता अशोक कोडोपी की लाश गांव के पास पेड़ पर संदेहास्पद स्थिति में लटकती मिली जिसे आत्महत्या क़रार दिया गया जबकि पिता अशोक कोडोपी बेटे की हत्या करना बता रहे हैं पिता का कहना है कि मेरे बेटे की लटकती शव को देखकर नहीं लग रहा कि मेरे बेटे ने आत्महत्या की है लटकती पेड़ पर शव के नीचे पड़े  हुए पत्थरों पर बेटे के दोनों पैर टिके हुए हैं उस स्थिति में कोई भी कैसे आत्महत्या कर सकता है साथ ही मेरे बेटे का मोबाइल फोन व पैर में पहने चप्पल घटनास्थल से आधा  किलोमीटर दूर एक सप्ताह बाद मिलता है पिता ने यह भी बताया कि लटकती हुई लाश पर जो कपड़े पहने हुए हैं वह मृतक का नहीं है पीड़ित पिता ने बताया कि आत्महत्या नहीं है बल्कि सोची समझी रणनीति पूर्वक की गई हत्या हैं गांव के ही सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता दुर्गेश मंडावी व अन्य के द्वारा मेरे पुत्र कि हत्या की गई है  जिसे भरपूर प्रयास कर आत्महत्या का रूप दिया गया है ।
पीड़ित पिता ने कहा कि न्याय पाने के लिए पुलिस प्रशासन के डी आई जी कांकेर,एस डी एम कांकेर, जिला कलेक्टर कांकेर, थाना प्रभारी नरहरपुर कांकेर, अनुविभागीय अधिकारी कांकेर, उ,ब, कांकेर छ ग मे कई आवेदन प्रस्तुत किए जाने के पश्चात आज दिनांक तक न्याय नहीं मिल रहा है तथा न्याय पाने दर दर भटक रहे हैं कुछ दिनों पहले पीड़ित पिता ने राजधानी हलचल टीम को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा था कि जल्द ही मेरे पुत्र कि हत्या करने वाले व संरक्षण देने वालों की मिडिया / शासन प्रशासन/ जनता के समक्ष खुलासा किया जाऐगा,आज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी संभाग अध्यक्ष को मांग पत्र सौंप पुत्र कि हत्या में शामिल आरोपी व आरोपीयों को संरक्षण देने वालो का खुलासा किया गया पीड़ित पिता ने खुलासा करते हुए कहा कि मेरे पुत्र कि हत्या में सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता दुर्गेश मंडावी व अन्य लोग शामिल हैं तथा इन आरोपीयों को बचाने में कांग्रेसियों का हाथ है इसलिए मेरे पुत्र कि हत्या में शामिल आरोपी को कांग्रेस शासनकाल के दबाव में पुलिस द्वारा बचाया गया है। पीड़ित पिता व परिजनों ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से न्याय दिलाऐ जाने की मांग रखी है संभाग अध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि आपको न्याय जरूर मिलेगी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी हर स्तर पर न्याय दिलाने संघर्षरत रहेंगी।
राजधानी हलचल टीम ने इस मामले को लेकर पूर्व में प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया है।
 राजधानी हलचल टीम को पीड़ित पिता के द्वारा दिए जा रहे कथन व साक्ष्य तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समक्ष मांग पत्र में आरोपीयों व संरक्षण देने वालों का खुलासा किए जाने पर  यह प्रतीत होता नजर आ रहा है कि कि पीड़ित पिता द्वारा लगाए जा रहे आरोप की सत्यता पर मुहर लग रहीं है।
 अगर मान लिया जाए कि पीड़ित पिता की सारे आरोप बेबुनियाद है तो फिर पुलिस द्वारा जांच में कमी कैसे पाई जा रही है आरोपीयों से पूछताछ क्यों नहीं किया गया जांच के दौरान गंभीरता क्यों नहीं दिखाई गई जैसे मृतक की लाश से कुछ आधा किलोमीटर दूर पर मृतक का चप्पल पाया जाता है ठीक एक सप्ताह बाद मृतक का मोबाइल फोन पाया जाता है  पुलिस द्वारा गंभीरता से जांच करती व आरोपीयों से कड़ाई से पूछताछ करती तो शायद आज न्याय की दिशा कुछ और होती पीड़ित पिता को न्याय पाने दर-दर भटकना नहीं पड़ता, नरहरपुर – कांकेर पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहें हैं। न्याय पाने की आश में व भाजपा शासन में न्याय दिलाने को लेकर पीड़ित पिता ने गृहमंत्री के समक्ष शिकायत आवेदन प्रस्तुत कर न्याय की गुहार लगाई है देखना यह बाकी है कि क्या पीड़ित पिता को न्याय मिल पायेगी,आरोपी पुलिस गिरफ्त में नजर आएंगे या फिर आरोपी बच निकलने में कामयाब होंगे।

भानुप्रतापपुर SDO, TI प्रेमप्रकाश पुलिस बल द्वारा बलात घर घुसकर गुंडा-गर्दी करते हुये रात 10 बजे 50 वर्षीय दसमत साहू को उठाकर ले गये |

भानुप्रतापपुर SDO, TI प्रेमप्रकाश पुलिस बल द्वारा बलात घर घुसकर रात 10 बजे 50 वर्षीय दसमत साहू को उठाकर ले गये ।

भानुप्रतापपुर ।
घटना दिनांक 24.02.2024 को रात्रि 9.45 बजे एसडीओपी सिविल ड्रेस में और टी.आई प्रेमप्रकाश अवधिया, पुलिस बल के साथ देवपुरी रायपुर स्थित घर में बिना सूचना किसी नोटिस, बिना किसी सुचना दिये बलात घर में घुस आये और पूरे परिवार को अश्लील उराधाकार प्रताडित किया गालीगलौज धक्का मुक्की करते हुये एक कमरे में बंद कर दिया क्या तथा घर की विधवा मुखिया दशमत बाई साहू को उठाकर ले गये, जिसकी सूचना टिकरापारा थाना वालों को भी नहीं दी गई । पुलिस बर्बरता यही नहीं रूकी, तीसरे दिन हाईकोर्ट में पेश कर दिये जहां उच्च न्यायालय की फटकार पर मजबूरी में 26.02.2024 को दशमत को छोडना पडा । इसके बाद भी पुलिस वालों ने घर वाले को एक तुरन्त नोटिस बनाकर उसकी फोटोकापी थमाकर जबरन परिवार के सभी सदस्यों से अपने पेपर में हस्ताक्षर करवा लिये और दूसरे दिन थाने में फिर से बुलवाया गया । दशमत और दशमत के परिवार वाले इन पुलिस बनाम डाकुओं से इतना सहम गये है उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें । यही नहीं पुलिस वालों ने धमकी भी दिया है कि उन्हें फिर थाना ले जायेंगे। क्योंकि इन्हें नहीं पता कि पुलिस वाले इन्हें इस तरह आधी रात क्यों उठाकर ले गये, फिर थाना ले जाने की धमकी क्यों दिये। क्या पुलिस भी सुपाड़ी लेना शुरू कर दी है कि किसी के कहने पर अपने ड्रेस में कुछ भी कर सकते है। जिस पर दशमत के परिवार वालों ने पुलिस महानिदेशक और शासन प्रशासन को आवेदन लगाई है। इन्हें पता चला है कि भानुप्रतापुर वाले दशमत के घर के पडोस में एक मुस्लिम परिवार की लडकी भाग गई है इसी प्रकरण में तोहमत लगाने के लिये इनके कहने पर दशमत के बेटे उम्र लगभग 23 साल के 3 साल पहले लापता हो गये जिस पर आरोप थोपकर इस मामले को तूल देने की कोशिश और हिन्दु मुस्लिम रंग देने की कोशिश की जा रही है । दशमत और उसके परिवार ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस मामले पर तुरन्त कार्यवाही करे और दशमत के परिवार को न्याय दिलाये ।

हत्या को आत्महत्या का रूप देकर मामले को किया जा रहा रफा

रायपुर ब्रेकिंग न्यूज / -दफा पीड़ित पिता न्याय पाने दर- दर भटक रहा मालूम हो कि विगत वर्ष अप्रैल 2023 को 17 साल के नाबालिग लड़के की लाश एक पेड़ से लटका हुआ मिलता है जिसे शिकायत/ सूचना पर बस्तर के नरहरपुर अंतर्गत मासूलपानी पुलिस लाश बरामद करती है जिसे आत्महत्या समझ मामले को बंद कर दिया जाता है जबकि पीड़ित पिता द्वारा बार-बार कहते आ रहे हैं कि मेरे बेटे को मारकर आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है पुलिस ने पीड़ित पिता की एक नहीं सुनी ,ज्ञात हो कि नरहरपुर थानांतर्गत मासूलपानी में विगत वर्ष अप्रैल 2023 को 17 वर्षीय खिलेश्वर कोडोपी पिता अशोक कोडोपी की लाश गांव के पास पेड़ पर संदेहास्पद स्थिति में लटकती मिली जिसे आत्महत्या क़रार दिया गया जबकि पिता अशोक कोडोपी बेटे की हत्या करना बता रहे हैं पिता का कहना है कि मेरे बेटे की लटकती शव को देखकर नहीं लग रहा कि मेरे बेटे ने आत्महत्या की है लटकती पेड़ पर शव के नीचे पड़े हुए पत्थरों पर बेटे के दोनों पैर टिके हुए हैं उस स्थिति में कोई भी कैसे आत्महत्या कर सकता है साथ ही मेरे बेटे का मोबाइल फोन व पैर में पहने चप्पल घटनास्थल से एक दो किलोमीटर दूर एक सप्ताह बाद मिलता है पिता ने यह भी बताया कि लटकती हुई लाश पर जो कपड़े पहने हुए हैं वह मृतक का नहीं है पीड़ित पिता ने बताया कि आत्महत्या नहीं है बल्कि सोची समझी रणनीति पूर्वक की गई हत्या हैं घटनाक्रम पश्चात जो तथ्य सामने आ रहे हैं वह हत्या करने की ओर इशारा कर रही है जिसे भरपूर प्रयास कर आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है पीड़ित पिता ने राजधानी हलचल टीम को यह भी बताया कि नरहरपुर पुलिस हत्या के मामले को गंभीरता पूर्वक जांच के दायरे से दूर रख आत्महत्या का रूप दे रही है पीड़ित पिता ने कहा कि मेरे द्वारा हत्या करने की आशंका जताते हुए गांव के ही दो संदिग्धों का नाम बताएं जाने के बावजूद पुलिस ने गंभीरता से जांच नहीं की है।
पीड़ित पिता ने राजधानी हलचल टीम को कुछ आवेदन दस्तावेज सौपी है जो न्याय पाने के लिए पुलिस प्रशासन के डी आई जी कांकेर,एस डी एम कांकेर, जिला कलेक्टर कांकेर, थाना प्रभारी नरहरपुर कांकेर, अनुविभागीय अधिकारी कांकेर, उ,ब, कांकेर छ ग में न्याय पाने कई आवेदन प्रस्तुत किए जाने के पश्चात आज दिनांक तक न्याय पाने से वंचित हैं। तथा न्याय पाने दर दर भटक रहे हैं यह एक शर्मशार घटना है। पीड़ित पिता ने राजधानी हलचल टीम को यह भी बताया कि मेरे बेटे की हत्या किए जाने वाले आरोपीयों व आरोपीयों को संरक्षण देने वालो का जल्द ही मीडिया के सामने उजागर जाऐगा, जिसे पुलिस द्वारा बचाया जा रहा है। इस घटनाक्रम से अवगत हो राजधानी हलचल टीम ने पीड़ित पिता को आश्वस्त किया कि आपकी न्याय पाने गुहार मीडिया के माध्यम से शासन प्रशासन तक पहुंचाने का पुरा प्रयास रहेगी, राजधानी हलचल टीम द्वारा पीड़ित पिता के द्वारा दिए जा रहे साक्ष्यों के आधार पर जल्द बडा खुलासा किया जाना है जिससे यह मालूम हो सकें कि पीड़ित पिता को न्याय पाने में व आरोपीयों को किनका संरक्षण प्राप्त है जिसे कांकेर पुलिस बचाते नज़र आ रही है व पीड़ित पिता न्याय पाने दर – दर क्यों भटकने मजबूर हैं।

जैसे ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या अस्पताल, धार्मिक, कचहरी, अन्य स्थल इत्यादि से निकलते हैं आटो, ई रिक्शा, बस वाले कहां जाना है, “” कहां जाना है, कहां जाना है

रायपुर__ जैसे ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या अस्पताल, धार्मिक, कचहरी, अन्य स्थल इत्यादि से निकलते हैं आटो, ई रिक्शा, बस वाले कहां जाना है, “” कहां जाना है, कहां जाना है &quo-

बोल कर आदमी को तंग करना चालू कर देते हैं, जिला प्रशासन को आदेश निकालना चाहिए कि वे किसी भी राहगीर या नागरिक से इस तरह के सवाल ना पूछे।


अधिकाश आटो, ई रिक्शा, बस वाले गरीब बेबस अनपढ़, लाचार लोगों से बतमीजी, दादागिरी करते हैं और सब एकजुट होकर आम नागरिकों के पैसा को लूटने की कोशिश करते हैं।

आटो, ई रिक्शा, बस के दादागिरी देशव्यापी समस्या हैं कुछ आटो, ई रिक्शा, बस वाले सज्जन भी है जो मानवता के आधार पर कई बार फ्री भी मुसाफिर को उसके ठिकाने तक छोड़ देते है मगर अधिकाश लोग
ज्यादा पैसा लेने के फिराक में रहते हैं और बुजुर्ग, अनपढ़, बीमार और बेबस लोगों को उनकी लाचारी का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।

कई बार पुलिस जब सख्ती करती है तो ये आटो, ई रिक्शा, बस वाले संख्या बल के आधार पर पुलिस को भी दबाने की कोशिश करते हैं मगर पुलिस के पास असीमित अधिकार है उसको जनहित में इस्तेमाल करना चाहिए और जो आटो, ई रिक्शा, बस अच्छे हैं उनका स्वागत हो और जो नियम तोड़ते है उनको दंड दिया जाय।

आटो, ई रिक्शा, बस हड़ताल की धमकी देते हैं और अपने को संख्याबल के आधार पर मनमानी कर रहे हैं, कई बार तो पुलिस वाले से भी उलझ जाते है, आटो, ई रिक्शा, बस को माल ढोने का, ओवरलोड, डाला से उपर, जानवरों की तरह इंसान को भर कर ज्यादा संख्या में सवारी बैठा कर घूमते हैं ।